CLOSE

गर्भ में शिशु का कम वजन बन सकती है प्री-मेच्योर डिलीवरी का कारण, जानें प्रेगनेंसी में बच्चे का वजन बढ़ाने के तरीके

By Healthy Nuskhe | Aug 26, 2020

हर प्रेगनेंट महिला चाहती है कि उसका बच्चा स्वस्थ और तंदरुस्त पैदा हो। प्रेगनेंसी के दौरान एक महिला को अपने स्वास्थ्य का खास ध्यान रखना चाहिए क्योंकि आपके पेट में पल रहा बच्चा भी तभी स्वस्थ होगा जब आप  स्वस्थ होंगी। प्रेगनेंसी के दौरान एक महिला अपने खान-पान और जीवनशैली में कुछ बदलाव करने की जरूरत होती है जिससे उसके बच्चे का सही विकास हो सके। प्रेगनेंसी के पहले तिमाही में डॉक्टर अल्ट्रासाउंड के जरिए बच्चे के विकास के बारे में पता लगाते हैं। इससे बच्चे का वजन और डिलीवरी डेट भी पता चल पाती है। अगर प्रेगनेंसी के छठे महीने के बाद भी बच्चे का वजन सामान्य से कम हो तो डिलीवरी के दौरान कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। अगर बच्चे का वजन सामान्य से अधिक कम हो तो प्री-मेच्योर डिलीवरी भी करनी पड़ सकती है। ऐसे में बच्चे के बेहतर विकास के लिए अपने खान-पान और शारीरक व मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत होती है। आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आप प्रेगनेंसी के दौरान अपने बच्चे के बेहतर विकास के लिए आपको किन चीज़ों पर ध्यान देना चाहिए। इन टिप्स को फॉलो करके आप अपने गर्भ में पल रहे बच्चे का वजन आसानी से बढ़ा सकती हैं -  

प्रोटीन युक्त आहार लें 
गर्भ में बच्चे का वजन बढ़ने के लिए नियमित रूप से प्रोटीन युक्त आहार लें। अपने खाने में दाल, बींस, अंडा, मीट, सोयाबीन आदि शामिल करें। रोजाना एक कटोरी दाल का सेवन जरूर करें। प्रोटीन युक्त आहार से बच्चे को सही पोषण मिल पाता है और उसका वजन बढ़ने में मदद मिलती है। 

डाइट में आयरन की मात्रा बढ़ाएं 
अगर आपके गर्भ में पल रहे बच्चे का वजन सामान्य से कम है तो अपने खाने में आयरन युक्त चीज़ें शामिल करें। अपनी डाइट में गाजर, चुकंदर, अनार, शकरकंद आदि शामिल करें। इनमें आयरन की पर्याप्त मात्रा मौजूद होती है जिससे शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ता है और बच्चे के  विकास सही ढंग से हो पाता है।  

हरी पत्तेदार सब्जियाँ खाएं 
अपने खाने में हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, सरसों, ब्रोकोली, शतावरी आदि शामिल करें। इनमें कैल्शियम, पोटैशियम, विटामिन ए, फोलेट, और फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है जिससे बच्चे को सही पोषण मिलता है और उसका वजन बढ़ने में मदद मिलती है। 

डेरी प्रोडक्ट्स का सेवन करें 
गर्भवती महिलाओं को डेरी प्रोडक्ट्स का भरपूर सेवन करना चाहिए। अपने आहार में दूध, घी, दही, पनीर आदि शामिल करें। डेरी प्रोडक्ट्स में कैल्शियम, प्रोटीन जैसे कई अन्य पोषक तत्व मौजूद होते हैं जिससे  शिशु के वजन बढ़ने में मदद मिलती है। 

सूखे मेवे खाएं 
आपने अकसर देखा होगा कि प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिलाओं को सूखे मेवे से बने लड्डू या पंजीरी खिलाई जाती है। इनमें प्रोटीन, फैट और कई तरह के विटामिन पाए जाते हैं जो प्रेगनेंट महिला को एनर्जी देने के साथ-साथ बच्चे के विकास में मदद करते हैं। आप काजू, बादाम, मुनक्का,अंजीर और अखरोट समेत अन्य सूखे मेवे खा सकती हैं। हालांकि, सूखे मेवे का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। ज्यादा मात्रा में सूखे मेवे खाने से पेट में गर्मी पैदा हो सकती है।   

प्रीनेटल विटामिन
प्रेगनेंसी के दौरान डॉक्टर्स प्रीनेटल विटामिन लेने की सलाह देते हैं। ये विटामिन प्रेगनेंसी के दौरान बच्चे के विकास में मदद करते हैं। जिन प्रेगनेंट महिलाओं में बच्चे का वजन सामान्य से कम होता है उन्हें नियमित रूप से प्रीनेटल विटामिन का सेवन करना चाहिए। ये विटामिन बच्चे के सही विकास और वजन बढ़ाने में मदद करते हैं। 

खूब पानी पिएं
गर्भावस्था के दौरान पानी की कमी से कई जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है। पानी की कमी से बचने के लिए भरपूर मात्रा में पानी पिएँ। इसके अलावा आप फलों व सब्जियों का जूस, नारियल पानी, नींबू पानी या छाछ का सेवन भी कर सकती है

भरपूर आराम करें
प्रेगनेंसी के दौरान पर्याप्त रूप से आराम करना बेहद जरूरी होता है। ज़्यादा भाग-दौड़, मेहनत या तनाव से आपके बच्चे पर बुरा असर हो सकता है। बच्चे के बेहतर विकास के लिए भरपूर आराम करें और कम से कम आठ घंटे की अच्छी नींद लें।   

खुश और पॉजिटिव रहें
प्रेगनेंसी के दौरान स्वस्थ रहने के लिए सही खान-पान के साथ मानसिक तौर से स्वस्थ रहना भी बेहद जरूरी है। अगर आप प्रेगनेंसी के दौरान तनाव लेती हैं या चिंता करती हैं तो इसका बच्चे के विकास पर बुरा प्रभाव पड़ता है। प्रेगनेंसी के दौरान खुश और पॉजिटिव रहने की कोशिश करें जिससे आपके बच्चे का स्वस्थ विकास हो सके।
Copyright ©
Dwarikesh Informatics Limited. All Rights Reserved.