By Healthy Nuskhe | Jul 26, 2025
अधिक वजन बढ़ना कई तरह की समस्याओं की वजह बन सकता है। जब वेट बढ़ने लगता है तो इसके साथ आपको कई तरह की बीमारियां हमें घेर लेती हैं। ऐसे में हेल्दी लाइफ जीने के लिए जरूरी है कि एक्स्ट्रा वेट को कम करने की जरूरत होती है। इसके लिए डाइट के साथ वर्कआउट करना भी जरूरी होता है। ओवरवेट के लिए वर्कआउट करना इतना भी आसान नहीं होता है। जब वजन ज्यादा होता है, तो शायद आपके लिए जिम जाकर इंटेंस वर्कआउट या रनिंग करना संभव न हो। लेकिन आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है।
वर्कआउट का मतलब शरीर को सजा देना नहीं होता है। बल्कि खुद को अधिक एक्टिव बनाना और शरीर की बेहतर तरीके से देखभाल करना होता है। अगर आपका भी वेट ज्यादा है, तो वर्कआउट करते हुए घुटनों पर जोर डालने या फिर एनर्जी को पूरी तरह से निचोड़ने से बचना चाहिए। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको कुछ ऐसे ही छोटे-छोटे टिप्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जो ओवरवेट महिलाओं को वर्कआउट करने के दौरान काम आएंगे।
अगर आप भी ओवरवेट हैं और वर्कआउट शुरूकर रही हैं। तो एकदम से जोश में आकर हैवी एक्सरसाइज करने से बचना चाहिए। क्योंकि अभी आपका शरीर इसके लिए तैयार नहीं है। साथ ही इंटेस वर्कआउट आपको परेशान कर सकता है। इस तरह से आपको ज्यादा दर्द का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए प्रयास करें कि आप पहले दिन हल्की स्ट्रेचिंग, टहलना या फिर लो इंपैक्ट एक्सरसाइज शुरू करें। इससे आपकी बॉडी खुद को धीरे-धीरे एक्टिव करना सीखता है।
अगर आपने कभी पहले एक्सरसाइज नहीं की है, तो ऐसे में जिम जाकर वर्कआउट करना आपको बोर कर सकता है। इसलिए आप दो-चार दिन में जिन जाना छोड़ सकते हैं। इसलिए आप खुद में बदलाव चाहती हैं, तो ऐसे वर्कआउट रूटीन चुनें। जिसको आप भरपूर एन्जॉय करें। आप अपनी पसंद को ध्यान में रखकर स्विमिंग, डांस या जुम्बा आदि एक्सरसाइज को अपनी डेली रूटीन का हिस्सा बना सकते हैं। जो भी चीज पंसद आती है, वह रोज की जा सकती है। क्योंकि जबरदस्ती वाली एक्सरसाइज को लंबे समय तक नहीं कर पाएंगी।
अगर आपको वेट अधिक है, तो आपको ऐसी एक्सरसाइज करनी चाहिए, जो लो इंपैक्ट हो। इसके लिए आप एक ही जगह पैरों से मार्चिंग, रेसिस्टेंस बैंड से लाइट एक्सरसाइज और कुर्सी पर बैठकर वर्कआउट कर सकती हैं। याद रखें कि हाई इम्पैक्ट वर्कआउट आपके घुटनों पर जोर डाल सकता है। जिसकी वजह से कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं।
अगर आप ओवरवेट हैं, तो कुछ दिनों बाद अपने वर्कआउट रूटीन में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग को शामिल करें। आप बॉडीवेट एक्सरसाइज से शुरूआत कर सकती हैं। आप वॉल पुश-अप व ग्लूट ब्रिज जैसी एक्सरसाइज कर सकती हैं। आप कार्डियो के साथ-साथ स्ट्रेंथ ट्रेनिंग भी करती हैं, तो इससे मसल्स ज्यादा फैट जलाती है। यहां तक कि जब आप आराम कर रही होती हैं, तो भी आपके शरीर से फैट बर्न हो रहा है।