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सावधान! कोरोना की वैक्सीन लगवाने के 20 दिनों के भीतर दिखते हैं ब्लड क्लॉट के ये लक्षण

By Healthy Nuskhe | May 18, 2021

कोविड-19 टीकाकरण के बाद थ्रॉम्बोसिस (ब्लड क्लॉट) की घटनाओं पर कुछ देशों में अलर्ट जारी किया गया है। खास तौर पर ब्रिटेन में एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन (जिसे कोविशील्ड कहा जाता है) से ब्लड क्लॉट के साइड इफ़ेक्ट देखने के बाद भारत में भी लोग वैक्सीन के साइड-इफ़ेक्ट से घबराए हुए हैं। हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि भारत में एस्ट्राजेनेका का कोविड -19 वैक्सीन प्राप्त करने वाले लोगों में रक्त के थक्के के मामलों की संख्या "मामूली" थी। ऐसे में स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को संदिग्ध थ्रोम्बोम्बोलिक लक्षणों के बारे में जागरूक करने के लिए हेल्थ केयर वर्कर्स और वैक्सीन लेने वालों के लिए वैक्सीन के साइड इफेक्ट को लेकर एडवाइजरी जारी की है। मंत्रालय ने कहा कि थ्रॉम्बोसिस (ब्लड क्लॉट्स) के लक्षण वैक्सीनेशन के 20 दिन के भीतर होते हैं। मंत्रालय ने लोगों से इन लक्षणों को पहचान करने की अपील की है और यदि कोई गंभीर लक्षण नजर आता है तो वैक्सीनेशन सेंटर पर रिपोर्ट करने के लिए कहा है। 

मंत्रालय की एडवाइजरी में बताए गए लक्षणों की सूची इस प्रकार है:
  • सांस फूलना
  • सीने में दर्द
  • शरीर में सूजन
  • इंजेक्शन साइट के अलावा शरीर के किसी अन्य हिस्से पर लाल रंग के धब्बे 
  • उल्टी के साथ या बिना लगातार पेट दर्द
  • उल्टी के साथ या बिना दौरे पड़ना (दौरे के पिछले इतिहास की अनुपस्थिति में) 
  • पहले से माइग्रेन की समस्या न होने पर भी उल्टी के साथ या बिना गंभीर और लगातार सिरदर्द
  • शरीर में कमजोरी
  • बिना किसी स्पष्ट कारण के लगातार उल्टी होना
  • आंखों में दर्द या धुंधला दिखना 
  • मानसिक स्थिति में परिवर्तन जैसे डिप्रेशन, कन्फ्यूज़न या मूड स्विंग होना 

हालाँकि, वैक्सीन के गंभीर साइड इफेक्ट पर बनी राष्ट्रीय समिति (NDEFI) के अनुसार, भारत में कोविशील्ड वैक्सीन की प्रति 10 लाख डोज पर डीप वेन थ्रॉम्बोसिस या ब्लड क्लॉट्स के सिर्फ 0।61 फीसद मामले ही देखे गए हैं। समिति ने कहा कि पश्चिमी देशों की तुलना में दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशियाई लोगों  में थ्रोम्बोम्बोलिक घटनाओं का जोखिम लगभग 70 प्रतिशत कम है।
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