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अगर नॉन-वेज समझ कर नहीं खाते हैं अंडा, तो साइंटिस्ट्स द्वारा की गई इस स्टडी को ज़रूर पढ़ें

By Healthy Nuskhe | Aug 04, 2020

संडे हो या मंडे रोज़ खाओ अंडे...यह बात तो आपने भी सुनी ही होगी। अंडे खाना हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन, कैल्शियम और फैट पाया जाता है। लेकिन कई लोग यह सोचकर अंडा नहीं खाते हैं कि अंडा नॉन-वेज यानि माँसाहारी होता है। उनका कहना होता है कि जब मुर्गी नॉन-वेज है तो मुर्गी से आया अंडा भी नॉन-वेज ही हुआ। अंडा वेज है या नॉन- वेज इस सवाल को लेकर हमेशा से ही चर्चा होती चली आ रही है लेकिन आखिरकार वैज्ञानिकों ने इस सवाल का जवाब ढूंढ निकाला। साइंटिस्ट्स के मुताबिक अंडा वेजीटेरियन यानि शाकाहारी होता है। आइए जानते है एक रिसर्च में क्या पता चला।

मुर्गी कैसे देती है अंडे
अंडा वेज होता है नॉन-वेज यह पता करने के लिए सबसे पहले यह जानना ज़रूरी है कि मुर्गी अंडे कैसे देती है। मुर्गी पैदा होने के 6 महीने बाद हर 1 या डेढ़ दिन में अंडे देती ही है, भले ही वो मुर्गे के संपर्क में आए या ना आए। मुर्गे के बिना संपर्क में आए दिए गए अंडों को अनफर्टिलाइज्ड एग कहा जाता है। इनसे कभी चूजे नहीं निकल सकते और इसीलिए अंडे वेज होते हैं। मार्किट में मिलने वाले अंडे अनफर्टिलाइज्ड ही होते हैं। इसलिए अब आप बिना इस बात कि चिंता किए कि अंडा माँसाहारी होता है, इसे खा सकते हैं।

अंडे के होते हैं तीन भाग
 एक अंडे के तीन भाग होते हैं - पहला छिलका, दूसरा एग वाइट यानी सफेद हिस्सा और तीसरा एग योक यानि अंडे की जर्दी। साइंटिस्ट्स ने एक रिसर्च में पाया कि अंडे की सफेदी में सिर्फ प्रोटीन मैजूद होता है और उसमें जानवर का कोई हिस्सा मौजूद नहीं होता। इसलिए साइंटिस्ट्स के मुताबिक एग वाइट शाकाहारी होता है।

पीला भाग यानि एग योक
एग योक यानी अंडे के अंदर के पीले हिस्से में भी सबसे ज्यादा प्रोटीन, कोलेस्ट्रॉल और फैट मौजूद होता है। लेकिन जो अंडे मुर्गी और मुर्गे के संपर्क में आने के बाद दिए जाते हैं, उनमें गैमीट सेल्स मौजूद होते हैं। ऐसे अंडों को  फर्टिलाइज्ड एग कहते हैं और इन्हें हम माँसाहारी मान सकते हैं।
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