गर्मियों के मौसम में 'फलों का राजा' आम आने लगता है। आम खाना लगभग हर किसी को पसंद होता है। क्योंकि यह रसीला फल न सिर्फ स्वाद में अच्छा होता है, बल्कि यह पोषण से भी भरपूर होता है। आम में विटामिन सी, पोटेशियम, मैग्नीशियम और फाइबर जैसे जरूरी तत्व पाए जाते हैं। जोकि स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माने जाते हैं। लेकिन कुछ लोग 2-3 आम खाने के बाद या लगातार कुछ दिन आम खाते हैं, तो उनके फेस पर पिंपल्स यानी की मुंहासे निकल आते हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि क्या वाकई आम खाने से स्किन को नुकसांन पहुंच सकता है।
आम खाने से मुंहासे निकलना
हालांकि इस बाद का कोई साइंटिफिक प्रूफ नहीं है, जो यह साबित करे कि आम खाने से पिंपल्स की समस्या होती है। लेकिन कुछ कारणों की वजह से आम खाने से स्किन पर पिंपल्स हो सकते हैं।
पिंपल्स निकलने का कारण
बता दें कि आम के छिलके और रस में 5-रेसोर्सिनॉल नामक केमिकल पाया जाता है। जोकि स्किन पर लगने से पिंपल्स जैसे निशान बना सकता है। वहीं यह मुंह में जाने पर स्टोमेटाइटिस यानी की जलन और छोटे-छोटे घाव हो सकते हैं।
हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स
आम का GI लेवल ज्यादा होता है।
जिससे शुगर और इंसुलिन लेवल तेजी से बढ़ता है।
आम खाने से सीबम का प्रोडक्शन बढ़ जाता है।
इससे स्किन पोर्स ब्लॉक हो जाते हैं, जोकि मुहांसे का कारण बन सकते हैं।
केमिकल से पके आम
कैल्शियम कार्बाइड से पकाए गए आम खाने से एसिटिलीन गैस बनती है। इस गैस की वजह से मुंह में छाले या फिर जलन की समस्या हो सकती है। वहीं अगर किसी व्यक्ति में विटामिन की कमी है, तो आम खाने से मुंह में छाले हो सकते हैं।
किन लोगों को नहीं खाना चाहिए आम
डायबिटीज के मरीज
मोटापे से जूझ रहे लोगों को
पाचन संबंधी समस्याओं से पीड़ित लोगों को
स्किन एलर्जी वाले लोगों को
किडनी मरीजों को
4 साल से कम उम्र के बच्चों को
किन चीजों के साथ न खाएं आम
अगर आप खट्टे फलों के साथ आम का सेवन करते हैं, तो आपके पाचन में गड़बड़ी हो सकती है।
मसालेदार खाने के साथ आम का सेवन नहीं करना चाहिए।
दही के साथ भी आम का सेवन नहीं करना चाहिए।
शराब आदि के साथ आम नहीं खाना चाहिए।
आम खाने के बाद ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए।
पानी में भिगाएं आम
आम खाने से पहले हमेशा इसको 2-3 घंटे ताजे पानी में भिगोकर रखना चाहिए। इससे इसमें मौजूद फाइटिक एसिड और कीटनाशक हट जाते हैं। यह न्यूट्रिएंट्स के अवशोषण और पाचन में बाधा बन सकते हैं।
ठंडा आम न खाएं
फ्रिज से निकालकर फौरन ठंडा आम खाने से बचना चाहिए। इससे गले में खराश या पाचन तंत्र बिगड़ सकता है। इसे सामान्य तापमान में कुछ देर के लिए रखना चाहिए।
खाली पेट न खाएं
कभी भी खाली पेट आम नहीं खाना चाहिए। क्योंकि इससे आपको एसिडिटी हो सकती है। इसलिए कुछ खाने के बाद ही इसको खाना बेहतर है।
शुद्ध और पका आम खाएं
मार्केट से आम खरीदने के दौरान ध्यान रखें कि वह कार्बाइड से पका हुआ न हो। क्योंकि ऐसा आम खाने से आपके शरीर से नुकसान पहुंच सकता है।
पानी में भिगोकर आम खाना फायदेमंद
आम में फाइटिक एसिड पाया जाता है, जो एक एंटी-न्यूट्रिएंट होता है। यह शरीर में जरूरी न्यूट्रिएंट्स जैसे कैल्शियम, आयरन को अच्छे से एब्जॉर्ब नहीं होने देता है। वहीं जब आप 2-3 घंटे पानी में भिगोते हैं, तो इससे फाइटिक एसिड कम हो जाता है। वहीं शरीर को भी आम से मिलने वाले न्यूट्रिएंट्स अच्छे से मिलते हैं।
आम में मौजूद फाइटोकेमिकल्स भी कम हो जाते हैं। जिससे नेचुरल फैट बस्टर की तरह काम करता है। वहीं आम को भिगोने से इस पर लगे कीटनाशक, धूल-मिट्टी और गंदगी भी हट जाती है। जिससे बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
रोजाना कितने आम खाएं
यह आपके स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। आमतौर पर रोजाना एक मध्यम आकार का आम खाना सबसे बेहतर है। इससे जरूरी न्यूट्रिएंट्स मिलते हैं। इससे ब्लड शुगर लेवल संतुलित रहता है और इससे मुंहासों या शुगर स्पाइक्स का खतरा कम होता है।
कैसे ठीक करें पिंपल्स
अगर आम खाने से पिंपल्स की समस्या होती है, तो ऐसी स्थिति में आम कम मात्रा में खाना चाहिए। खासकर अगर आपकी त्वचा मुंहासों के प्रति सेंसिटिव है, तो खूब पानी पिएं, बैलेंस्ड डाइट लें और हाई ग्लाइसेमिक फूड्स से बचना चाहिए। फेस को साफ रखने के लिए जेंटल क्लींजर का इस्तेमाल करें और सूजन को कम करने का प्रयास करने की कोशिश करें। वहीं अगर पिंपल्स अधिक हो जाएं, तो डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह लें।