Yoga Asanas: 60 के बाद जरूर करने चाहिए ये योगासन, स्वस्थ रहेगा आपका शरीर
- अनन्या मिश्रा
- Jun 10, 2023
स्वस्थ शरीर और स्वस्थ दिमाग के लिए योगा काफी फायदेमंद होता है। योग करने से शरीर एक्टिव बना रहता है और मांसपेशियां मजबूत होती है। जहां उम्र बढ़ने के साथ ही हमें कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं घेर लेती हैं। 50 की उम्र के बाद शरीर कमजोर होने लगता है और हड्डियों में दर्द बना रहता है। इसके अलावा भी कई गंभीर समस्याएं होने लगती हैं। योग एक्सपर्ट्स की मानें तो रोजाना योगा करने से कई तरह की समस्याओं से राहत पाई जा सकती है।
नियमित योगा करने से शरीर में होने वाले दर्द से निजात पाया जा सकता है। वहीं नियमित रूप से योगा को अपनी रूटीन में शामिल करने से आंखों की रोशनी, मांसपेशियों की जकड़न, हड्डियों की कमजोरी दूर होती है। वहीं इससे रक्तचाप भी बेहतर होता है। बता दें कि अगर आप हर रोज 30 मिनट योगा करते हैं तो इससे शरीर को आसानी से सक्रिय बनाए रख सकते हैं। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको कुछ ऐसे योगासन के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे 60 वर्ष की आयु के बाद हर बुजुर्ग को करना चाहिए।
चेयर पोज योगासन
बढ़ती उम्र के साथ होने वाली समस्याओं को कम करने और शरीर को सेहतमंद बनाए रखने के लिए चेयर पोज योग को अपनी डेली रूटीन में शामिल करना चाहिए। जहां 60 के बाद लोग दीवार का सहारा लेकर चलने लगते हैं, लेकिन योगा से आप अपने शरीर को फिट रख सकते हैं। चेयर पोज योग का अभ्यास करने से अंगों में होने वाले दर्द से निजात मिलता है। इस आसन से बेहतर रक्त परिसंचरण होने के साथ ही शरीर में संतुलन बना रहता है। इस आसन से घुटनों व पैरों में दर्द की समस्याएं कम होती हैं।
ट्री पोज
ट्री पोज को वृक्षासन कहते हैं। 60 की उम्र के बाद अक्सर शारीरिक संतुलन की समस्या होना आम बात है। लेकिन इस आसन के जरिए आप अपने शरीर के एलाइनमेंट में सुधार कर सकते हैं। इस आसन को करने से उच्च रक्तचाप, ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं के खतरे को कम किया जा सकता है।
प्राणायाम के लाभ
मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए वरिष्ठ लोगों को नियमित रूप से प्राणायाम के अभ्यास की आदत बनानी चाहिए। इस आसन को करने से मेमोरी स्टांग होती है। वहीं अल्जाइमर जैसी बीमारियों का खतरा कम होता है। प्राणायाम का अभ्यास करने से मन शांत, प्रसन्न और टेंशन कम होती है।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।