बुजुर्गों के लिए यह तीन योगा आसन होंगे रामबाण

  • Healthy Nuskhe
  • Aug 08, 2020

बुजुर्गों के लिए यह तीन योगा आसन होंगे रामबाण

आज के समय में महिलाओं, पुरुषों बुजुर्गों या बच्चे हर किसी को योगा करना चाहिए ताकि उनका स्वास्थ्य ठीक रहे वह बिल्कुल फिट एंड हिट रहे। योगा हर उम्र के व्यक्ति के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है। इससे आपके शरीर की सारी बीमारियां दूर हो जाती है साथ ही आप लंबे समय तक किसी भी क्रिया को करने के लिए योग्य रहते हैं। महिलाएं हों या पुरुष, बच्चे हों या बुजुर्ग, सभी के लिए स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है। योग सिर्फ बीमारियों को दूर नही करता है बल्कि रोजमर्रा के कामों को भी और भी ज्यादा बेहतर बनाता है। यदि हम नियमित रूप से योगा करते हैं तो हम रोजमर्रा के काम भी बहुत ही अच्छी तरह से कर सकते हैं। बुजुर्ग भी योगा या एक्सरसाइज बहुत ही अच्छी तरह से कर सकते है। कई लोगों की यह धारणा है कि उम्र बढ़ने की वजह से मसल्स कमजोर हो  जाति हैं जिसके कारण उन्हें योगा या एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए। हालांकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। आज के समय में समाज के अंदर कई ऐसे उदाहरण है जोकि बढ़ती उम्र के साथ और ज्यादा फिट और स्वस्थ रहने लगे हैं। वह सभी लोग मस्कुलर बॉडी या फिट बॉडी के मालिक हैं।डॉक्टर्स या फिटनेस एक्सपर्ट्स बुजुर्गों को योगा आसन या एक्सरसाइज करने के समय कुछ सावधानियां बरतने के लिए कहते हैं ताकि वह सही तरह से अपने योगा को कर सके और अपना स्वास्थ्य पहले से और ज्यादा बेहतर रख सके।


बुजुर्गों के लिए योगासन की जरूरत


अधिकतर लोगों की मानसिकता यह है कि बढ़ती उम्र के साथ-साथ व्यक्ति बिस्तर पर आने लगता है या बढ़ती उम्र के व्यक्ति को यह कहकर पीछे कर देते हैं, कि आप अब बुजुर्ग हो गए हैं, तो ज्यादा काम एक्सरसाइज या योगा ना करें, एक जगह बैठकर भगवान का ध्यान करें। हालांकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए। बुजुर्गों हो, बच्चा हो या नौजवान हो हर किसी को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने का संपूर्ण हक होता है। यदि आप नौजवान हैं तो आप आज के समय को फॉलो करते हुए जिम जा सकते हैं या अन्य कार्य कर सकते हैं। बच्चे भी आज के समय घर पर काफी सारी एक्टिविटीज़ करते हैं। लेकिन सवाल यह उठता है कि बुजुर्ग किस तरह से अपने आप को स्वस्थ रखें। किस तरह के आसन करें जिससे उन्हें ज्यादा तकलीफ ना हो और वह लंबे समय तक स्वस्थ बने रहें। बचपन से हम यह सुनते आए हैं कि हम जैसे वातावरण में रहते हैं उसका प्रभाव हमारे सेहत पर असर पड़ता है। 


इसलिए प्रकृति के बीच में रहने के साथ मित्रता अच्छे लोगों के साथ करनी चाहिए। साथ ही उनकी अच्छी आदतों को अपने जीवन में उतारना चाहिए। जैसा कि सभी लोगों को पता है कि उम्र बढ़ने के साथ-साथ शरीर में बीमारियां भी बढ़ने लगती हैं जैसे कि डायबिटीज की बीमारी अल्जाइमर आदि कई क्रॉनिक बीमारियां होने लगती हैं। साथ ही बुजुर्गों में ब्लड प्रेशर की दिक्कत और रक्त प्रवाह में असंतुलन आदि परेशानी भी सामने आती है।खुद को सुरक्षित रखने के लिए योगा आसन करके खुद को स्वस्थ रख सकते हैं और बढ़ती उम्र के साथ हो रही बीमारियों से अपना बचाव भी कर सकते हैं। बढ़ती उम्र में योगासन करने के कई तरह के फायदे हैं जैसे कि इससे फेफड़े बिल्कुल स्वस्थ रहते हैं, ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा शरीर को मिलती रहती है। इसके अलावा शरीर के अंदर ब्लड सरकुलेशन भी संतुलित रहता है जिससे कि शरीर के अंग की सक्रियता और मजबूती लंबे समय तक बनी रहती है।इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे योगासन बता रहे हैं जिन्हें बुजुर्ग या कोई भी व्यक्ति बढ़ती उम्र के साथ कर सकता है जोकि उनके लिए जरूरी और सुरक्षित है।


बुजुर्गों के लिए आसान योगासन:


1.त्रिकोणासन


त्रिकोणासन काफी प्रभावशाली आसन है इस आसन को बुजुर्ग बहुत ही आसानी से कर सकते हैं बुजुर्गों के लिए यह आसन करना बहुत ही ज्यादा फायदेमंद साबित होगा। सोचने की बात यह है कि त्रिकोणासन ही बुजुर्गों के लिए फायदेमंद क्यों बताया गया है दरअसल इस आसन को बुजुर्गों के लिए इसलिए शामिल किया गया है क्योंकि यह उनके आमतौर पर होने वाली परेशानियों को दूर कर सकता है जैसे कि कूल्हों की दिक्कत साथ ही यह आसन कूल्हों के दर्द को दूर करने में भी मदद करेगा। कूल्हों के दर्द के अलावा इस आसन को करने से ब्लड प्रेशर भी सामान्य स्तर पर रहेगा।


कैसे करें: इस आसन को करने के लिए अपने पैरों को कंधों के जितना खोल कर आराम से आप खड़े हो जाएं। पैर खोल कर खड़े होने के बाद दाएं पंजे को थोड़ा बाहर की तरफ ले जाएं और बाएं पंजे को अंदर की तरफ करें। अब दोनों हाथों को दोनों तरफ कंधे की सीध में अच्छी तरह से फैला लें। इतना करने के बाद एक लंबी गहरी सांस लें और उसके बाद सांस को बाहर की तरफ छोड़ते हुए सिर और कमर को सामान्य रखते हुए कूल्हों की तरफ से दाई तरफ झुकें और दाएं हाथ की उंगली को तलवे के पास लगाने की कोशिश करें। ऐसा करने के बाद सास लेते हुए दोबारा से अपनी उसी अवस्था में लौट आए। इसके बाद दूसरी तरफ से भी यही प्रक्रिया दोहराएं।


2.कटिचक्रासन


बढ़ती उम्र में या बुजुर्ग अवस्था में यह कटिचक्रासन आसन जरूर करना चाहिए क्योंकि यह शरीर को सीधा रखने में बहुत ज्यादा मदद करता है। इस आसन को करने से हमारे शरीर की स्पाइन बिल्कुल सीधी रहती है। इसके अलावा यह आसान हाथों और पैरों की मसल्स को मज़बूत बनाता है।बुजुर्गों के लिए योगासन में यह आसन काफी आसान है साथ ही फायदेमंद भी है।


कैसे करें: इस आसान को करने के लिए सबसे पहले अपने पैरों को थोड़ा सा खोलकर आराम से खड़े हो जाएं। इसके बाद अपने हाथों को कंधे की सीध में रखते हुए सामने की तरफ फैला लें। ऐसा करने के बाद लंबी और गहरी सांस लें और सांस छोड़ते हुए जितना हो सके अपनी कमर को दायीं तरफ ले जाएं और सिर को दाएं कंधे की तरफ झुकाएं। इसके बाद सांस लेते हुए पिछली वाली अवस्था में आ जाएं और फिर इस प्रक्रिया को दूसरी तरफ इसी तरह से दोहराएं।


3.बद्धकोणासन


यह आसन बुजुर्गों के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है। यह उनकी शरीर के बॉडी मूवमेंट को बहुत ही अच्छी तरह से सुधरता है, साथ ही बड़े बुजुर्गों की पाचन क्रिया को भी काफी मजबूत करता है। इस आसन को करने से वह अलग-अलग बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं जैसे कि सर में दर्द, पाचन क्रिया और शरीर में दर्द इन सभी बीमारियों से इस आसन के द्वारा उन्हें निजात मिल सकती है।इसके अलावा इस आसन से जांघ, घुटने की मसल्स स्ट्रेच होती हैं और जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है।


कैसे करें: इसे करने के लिए सबसे पहले कमर को सीधा रखते हुए जमीन पर आराम से बैठ जाए और उसके बाद पैरों को सामने की ओर फैला लें। इसके बाद दोनों घुटनों को मोड़ते हुए उनके तलवे अपने जननांग की तरफ लाएं। अब दोनों पैर के तलवों को एक साथ मिला लें और जितना हो सके जननांगों के पास ले जाएं। इसके बाद अपने घुटनों और जांघों को जमीन पर अच्छी तरह से टीका लें, घुटनों और जांघों को जमीन पर टीकाने के बाद अपने हाथों के तलवों से उन्हें अच्छी तरह से पकड़ ले। उसके बाद लंबी गहरी सांस लें और अपनी जांघों को तितली के पंखों की तरह जांघो को तेज तेज ऊपर नीचे करें। यदि आप थक जाएं तो सांस छोड़ते हुए पैरों को फैला लें और थोड़ी देर आराम करें।

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।


Tags
Yoga, yoga asanas,fitness, yoga for elderly, Baddhakonasana, Katichakrasana, Trikonasana, benefits of yoga, health, yoga mudra, meditation, योग, योग आसन, फिटनेस, बुजुर्गों के लिए योग, बद्धकोणासन, कटिचक्रासन, त्रिकोणासन, योग के लाभ, स्वास्थ्य, योग मुद्रा, ध्यान

Related Posts