धूम्रपान करने से हृदय रोग, फेफड़ों का रोग, स्ट्रोक, क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज और मधुमेह का जोखिम बढ़ता है। हेल्थ एक्सपर्ट लोगों को इस हानिकारक आदत से दूर रहने की सलाह देते हैं। कई अध्ययनों से पता चला है कि धूम्रपान की लत छोड़ना इतना भी आसान नहीं है। अक्सर लोग चाहकर भी लोग धूम्रपान की लत नहीं छोड़ पाते हैं। ऐसे में अगर आप धूम्रपान की आदत से दूरी बनाना चाहते हैं, तो आपको कुछ योगासन का नियमित रूप से अभ्यास करना चाहिए। इन योगासन का अभ्यास करने से धूम्रपान की इच्छा कम होती है।
कपालभाति प्राणायाम
कपालभाति प्राणायाम का नियमित अभ्यास सिगरेट और तंबाकू की आदत छोड़ने के लिए मदद करेगा। इस आसन का अभ्यास करने से रक्त परिसंचरण में सुधार होता है। साथ ही केंद्रीय तंत्रिका तंत्र व्यवस्थित होती है। इस आसन को करने से मस्तिष्क शक्ति को बढ़ावा मिलता है। इससे धूम्रपान करने की इच्छा खत्म होने लगती है। कपालभाति का अभ्यास करने से मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है।
बालासन योग
धूम्रपान की आदत को छोड़ने के लिए बालासन का अभ्यास करना चाहिए। इस आसन का अभ्यास करने से तंत्रिका तंत्र और तनाव शांत होता है। वहीं बालासन के अभ्यास से कमर और पेट की समस्याओं से राहत दिलाता है। इस आसन का रोजाना अभ्यास करने से मांसपेशियों को आराम मिलता है और शरीर को भी ऊर्जावान बनाता है।
भुजंगासन
अगर आप अधिक स्मोक करते हैं या फिर गुटखा आदि का सेवन करते हैं, तो यह आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। वहीं अगर आप इस आदत को छोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन मन पर कंट्रोल नहीं रख पाते हैं, तो आपको भुजंगासन का अभ्यास करना चाहिए। इस आसन का अभ्यास करने से कमर और पीठ की समस्या से भी राहत मिल सकती है।