हेल्दी और फिट रहने के लिए योग बेहद जरूरी होता है। वहीं शरीर को हेल्दी और फिट रखने के साथ मन को शांत रखना भी बहुत जरूरी होता है। इसलिए आप अपनी डेली रूटीन में ज्ञान मुद्रा का अभ्यास शामिल कर सकते हैं। सेहतमंद रहने के लिए आप योग और मुद्राओं की सहायता ले सकते हैं। बता दें कि योग मु्द्राएं हाथों की उंगलियों और अंगूठे से बनाई जाती है। वहीं इसके रोजाना अभ्यास करने से कभी बीमारियों से आप दूर रह सकते हैं। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको ज्ञान मुद्रा के फायदे और इस आसन को कैसे करें। इसके बारे में बताने जा रहे हैं।
जानिए ज्ञान मुद्रा के फायदे
इस आसन को करने से याददाश्त बेहतर होती है और शरीर का मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। साथ ही ब्रेन तक ब्लड आसानी से फ्लो होता है।
रोजाना इस आसन का अभ्यास करने से मन शांत होता है और आसानी से कार्य में फोकस कर पाते हैं।
इस आसन का अभ्यास करने से तनाव और चिंता कम होती है। नींद न आने की समस्या भी दूर होती है।
ज्ञान मुद्रा का अभ्यास करने से पिट्यूटी ग्लैंड प्रभावित होता है, ब्लड सर्कुलेशन सही होता है और हार्मोन लेवल भी बेहतर होता है।
इस आसन का अभ्यास करने से शरीर के सभी अंक एक्टिव होते हैं, पाचन तंत्र अच्छे से काम करता है। वहीं रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।
ऐसे करें ज्ञान मुद्रा
किसी समतल जगह पर योगा मैट बिछा लें।
फिर उस जगह पर आराम से पद्मासन में बैठ जाएं।
इसके बाद हथेलियों को ऊपर की तरफ घुटनों पर रखें।
अब तर्जनी यानी पहली उंगली को अंगूठे के छोर पर रखें।
फिर अन्य उंगलियों को सीधा रखते हुए आंखें बंद कर लें।
इस दौरान आंखें बंद रखें और लंबी गहरी सांस लें।
अब अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें।
इस आसन का 15-30 मिनट तक अभ्यास करें।
जानिए कब करें ज्ञान मुद्रा का अभ्यास
सुबह और शाम के समय आप ज्ञान मुद्रा का अभ्यास कर सकते हैं। इसको आपको 30 मिनट तक करना चाहिए। इस आसन को करने से एकाग्रता बढ़ती है।