Pregnancy Diet: प्रेग्नेंसी में इन फलों के सेवन से मां और बच्चा दोनों रहेंगे स्वस्थ, इन फ्रूट्स से बनाएं दूरी
- अनन्या मिश्रा
- Apr 29, 2023
किसी भी महिला के लिए प्रेग्नेंट होना उसके जीवन के सुखद अनुभवों में से एक होता है। हालांकि गर्भावस्था के दौरान मां और बच्चे को विशेष देखभाल की जरूरत होती है। हर महिला अपने लिए सुरक्षित और स्वस्थ गर्भावस्था की चाह रखती है। लेकिन इस दौरान सबसे बड़ी समस्या होती है वह प्रेग्नेंट महिलाओं की डाइट में कौन-से फ्रूटस शामिल करना चाहिए। साथ ही किन फलों के सेवन से उन्हें परहेज करना चाहिए।
इन फलों से दूर रहें गर्भवती महिलाएं
पपीता
हालांकि पपीता पोषक तत्वों से भरपूर होता है। पपीता में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है। साथ ही यह सेहत के लिए भी हेल्दी फल होता है। लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान पपीते का सेवन करने से बचना चाहिए। पपीते में लैक्टेस मौजूद होता है। जिसके कारण गर्भाशय में संकुचन, रक्तस्राव और यहां तक कि मिसकैरेज भी हो सकता है। इसलिए गर्भावस्था में पके व कच्चे पपीते के सेवन से परहेज करना चाहिए।
अनानास
अनानास एक बेहद स्वादिष्ट और रसीला फल होता है। यह फल सेहत के लिए भी अच्छा होता है। लेकिन गर्भावस्था में इस फल के सेवन से परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि अनानास में ब्रेमलीन एंजाइम मौजूद होता है। जिसकी वजह से समय से पहले प्रसव हो सकता है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान अनानास खाने से बचना चाहिए।
अंगूर
आमतौर पर प्रेग्नेंट महिलाओं को अपनी डाइट में अंगूर को भी नहीं शामिल करना चाहिए। अंगूर में रेस्वेराट्रोल नामक एक यौगिक पाया जाता है। यह महिलाओं की सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके सेवन से मां और बच्चे दोनों की सेहत पर गंभीर असर पड़ सकता है।
डाइट में शामिल करें ये फ्रूट्स
केला
केले का सेवन गर्भावस्था के दौरान काफी फायदेमंद माना जाता है। केला कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है। यह महिलाओं को ऊर्जावान बनाए रखने में मदद करता है। केले को आप अपनी डाइट में कई तरीके से शामिल कर सकते हैं। हालांकि अगर आपको एलर्जा या डायबिटीज की समस्या है तो प्रेग्नेंसी के दौरान आपको केला का सेवन करने से पहले एक्सपर्ट्स से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
सेब
गर्भावस्था के दौरान सेब का सेवन काफी फायदेमंद माना जाता है। सेब में पोटैशियम और आयरन पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। जो महिलाओं के शरीर में पोषक तत्वों की जरूरतों को पूरा करने में मदद करता है।
संतरा
संतरे में भरपूर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है। इसके अलावा सेब में फोलेट भी पाया जाता है। यह गर्भ में पलने वाले बच्चे के विकास में सहायक होता है।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।