Stroke Syndrome: पार्लर की ये छोटी सी गलती आपको बना सकती है सिंड्रोम का शिकार, जानिए कैसे करें अपना बचाव

  • अनन्या मिश्रा
  • May 03, 2024

Stroke Syndrome: पार्लर की ये छोटी सी गलती आपको बना सकती है सिंड्रोम का शिकार, जानिए कैसे करें अपना बचाव

बीते साल एक महिला हेयर वॉश के दौरान ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम का शिकार हो गई। हेयर वॉश के दौरान महिला को सिर दर्द, चक्कर और धुंधला दिखाई देने लगा। यह सिर्फ एक मामला नहीं बल्कि ऐसे कई मामले अक्सर सुनने में आते हैं। बता दें कि पार्लर में ब्यूटी ट्रीटमेंट लेने के दौरान कई महिलाएं सिंड्रोम का शिकार हो गईं या फिर उन्हें किसी वजह से एलर्जी हो गई या पार्लर ट्रीटमेंट गलत होने के कारण स्किन डैमेज हो गई। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको ब्यूटी पार्लर सिंड्रोम के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।


क्या है ब्यूटी पार्लर सिंड्रोम

साल 1993 में पहली बार अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के जर्नल में ब्यूटी पार्लर सिंड्रोम शब्द का जिक्र किया गया था। इस शब्द का उपयोग उन पांच महिलाओं का अध्ययन करने के बाद किया गया, जिनके अंदर सैलून में शैम्पू सेशन के बाद स्ट्रोक जैसे न्यूरोलॉजिकल सिम्टम्स देखने को मिले। इन महिलाओं ने बैलेंस खोना, चेहरा सुन्न होना और चक्कर आने आदि की शिकायत की। इस रिपोर्ट में पांच में से चार महिलाओं को स्ट्रोक हुआ था। 

 

नस दबने से बंद हो जाती है ब्लड की सप्लाई

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम आने की खास वजह नस का दबना होता है। बाल वॉश करने के दौरान गर्दन में खिंचाव और सिंक पर सही से गर्दन को सपोर्ट न मिलने के कारण होता है। दरअसल, जब कहीं की नस दबती है, तो ब्रेन तक ब्लड की सप्लाई सही से नहीं हो पाती है। जिसके कारण यह स्ट्रोक होता है। इसकी वजह तेज सिर दर्द, चक्कर आना, शरीर का कोई हिस्सा सुन्न होना और धुंधला दिखाई देने जैसे लक्षणों के दिखने पर फौरन हॉस्पिटल में दिखाना चाहिए। डॉक्टर के मुताबिक पार्लर आदि में अक्सर लोग मसाज करते हैं। ऐसे में इसका तरीका गलत होने पर यह हड्डी के लिए पीड़ादायक हो सकती है।


इंफेक्शन

कई रिसर्च में यह सामने आ चुका है ब्यूटी सैलून के टूल्स और प्रोडक्ट्स से इंफेक्शन का भी खतरा होता है। जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है। एक सर्वे के मुताबिक एक्ने, रैशेज, वार्ट्स, मोलस्कम इंफेक्शन, ड्राईनेस हो सकता है, यह इंफेक्शन पार्लर से घर तक आ सकता है। वैक्सिंग, थ्रेडिंग, फेशियल और मसाज के बाद मुंहासे निकलना आम बात है। यह एक बैक्टीरियल इंफेक्शन होता है। फेशियल पैक, स्टीम या ब्लीच का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करने से स्किन की नमी कम होती है, जो बैक्टीरियल व फंगल इंफेक्शन की वजह बनता है।


महिलाएं बरतें सावधानी

सैलून में सिर धोने या मालिश के दौरान गर्दन में अचानक और अधिक छेड़छाड़ करने से बचना चाहिए। सिर को धोते समय हमेशा गुनगुने पानी का इस्तेमाल करना चाहिए। वहीं आपको कोई स्वास्थ्य समस्याएं हैं, तो आपको अधिक सावधान होने की जरूरत है। ब्यूटी सर्विस देते हुए छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।


कुछ लोगों की त्वचा और बाल काफी ड्राई होते हैं, तो कुछ लोगों की त्वचा और ऑयली होती है। ऐसे में सबसे पहले स्किन के बारे में समझना जरूरी होता है। वहीं ब्यूटी पार्लर में कोई भी ब्यूटी ट्रीटमेंट लेने से पहले उसके बारे में सारी जानकारी लेनी चाहिए। 

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।


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