Women Health: 40 की उम्र में पीरियड पेन को कम करने के लिए इस खास ड्रिंक का करें सेवन, जल्द मिलेगा फायदा
- अनन्या मिश्रा
- May 05, 2025

बढ़ती उम्र के साथ ही महिलाओं के शरीर में हार्मोन्स और पीरियड साइकिल में भी कई बदलाव देखने को मिलते हैं। बढ़ती उम्र के साथ मूड स्विंग्स होना, पीरियड फ्लो कम होना या बढ़ना या फिर दर्द अधिक होना समेत कई चीजें होती हैं। जोकि महिलाओं को बढ़ती उम्र के साथ पीरियड्स के समय महसूस हो सकती है। शरीर में उम्र के साथ होने वाले हार्मोनल उतार-चढ़ाव की वजह से ऐसा होता है। खासकर 40 के आसपास की उम्र में महिलाओं के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं।
हालांकि ऐसा पेरिमेनोपॉज की वजह से भी होता है। अगर आपकी उम्र भी 40 के आसपास है और आप इन समस्याओं से परेशान हैं। तो आपको घी, अदरक, दालचीनी और कुछ खास चीजों से मिलकर बनने वाली खास ड्रिंक का सेवन करना चाहिए। यह ड्रिंक आपकी कई समस्याओं को आसान बना सकती हैं।
सामग्री
जीरा- आधा टीस्पून
दालचीनी- 1 छोटा टुकड़ा
अदरक- आधा इंच
हल्दी- 1 चुटकी
मिश्री- चौथाई टीस्पून
घी- चौथाई टीस्पून
ऐसे बनाएं ये खास ड्रिंक
सबसे पहले एक पैन में पानी डालें और पानी में जीरा डालकर उबालें। फिर इसमें अदरक, हल्दी और दालचीनी डालकर 2-3 मिनट तक उबालें। फिर जब उबलने लगे तो इसमें मिश्री डालकर उबालें। इसके बाद इसको एक कप में छान लें और घी मिलाएं। फिर इसको धीरे-धीरे पिएं।
अपनाएं ये देसी नुस्खा
हेल्थ एक्सपर्ट की मानें, तो पीरियड्स से जुड़ी सारी मुश्किलों का हल घी में छिपा होता है। घी हार्मोन प्रोडक्शन को सपोर्ट करता है और दिमाग को शांत करने के साथ ही मूड स्विंग्स कम करता है।
घी में हेल्दी फैटी एसिड्स मौजूद होता है। जो पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द और ऐंठन को कम करने में मदद कर सकता है। घी पीसीओडी के लक्षणों को भी कम करने में सहायक होता है।
इस खास ड्रिंक से पीरियड्स के दिनों में होने वाले फ्लो को मैनेज करने में सहायता मिलती है। आयुर्वेद में भी इसको बहुत फायदेमंद माना गया है और यह पीरियड्स को भी नियमित करता है।
हार्मोन्स को बैलेंस करने और पीरियड क्रैम्प्स को कम करने में जीरा सहायता कर सकता है। जीरा में मौजूद गुणों की वजह से डाइजेशन से जुड़ी समस्याएं भी मैनेज होती हैं और यह पीरियड के दिनों में होने वाली ब्लोटिंग की समस्या से भी राहत दिलाता है।
अदरक पीरियड पेन और थकान को भी कम करती है और इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। यह ऐंठन और इंफ्लेमेशन को भी कम कर सकती है।
हल्दी में कर्क्युमिन पाया जाता है, जोकि पेल्किव इंफेक्शन को कम करती है औऱ आपके मूड को बैलेंस करती है।
वहीं मिश्री डायजेशन को बेहतर करने, मूड सुधारने और दर्द को कम करने में मदद करती है।
दालचीनी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो मूड स्विंग्स को कम करती है। साथ ही यह पीरियड को नियमित बनाती है और इससे क्रैंप्स भी कम होते हैं।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।