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क्यों होती है Vagina में खुजली ? जानें कारण और इससे छुटकारा पाने के घरेलु उपाय

By Healthy Nuskhe | Feb 14, 2022

शरीर के अन्य भागों की तरह, योनि में भी कभी-कभी खुजली हो सकती है। ऐसे अधिकतर मामलों में चिंता करने की कोई बात नहीं होती है। लेकिन उस खुजली के बारे में क्या जो दूर नहीं होती है ?
एक खुजली वाली योनि (itchy vagina) के साथ रहना बहुत असहज हो सकता है, खासकर तब जब आप इसे खरोंचती हैं, क्योंकि इससे इसमें और अधिक परेशानी होती है। साथ ही, एक स्वस्थ योनि में हर समय खुजली महसूस नहीं होनी चाहिए।आपकी योनि में खुजली होने के कारण आप परेशान ना होवे, आप इसे घर पर आसानी से आराम दे सकते हैं। महिलाओं की योनि में खुजली या जलन होने का मतलब हो सकता है कि उन्‍हें यीस्‍ट इंफेक्‍शन हो, जो कि एक सामान्य बात है। आंकड़ों के अनुसार, 4 में से 3 महिलाएं अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार इसका अनुभव जरूर करती हैं। संक्रमण के साथ वजाइना में दर्द, झुनझुनी और तेज खुजली होती है, जो बेहद असहज होती है। महिलाओं में वजाइनल बैक्टीरियल इंफेक्शन सबसे अधिक 25 से 35 की उम्र के बीच होता है। योनि में खुजली कई कारणों से हो सकती है जैसे कि योनि का सूखापन, साफ-सफाई न रखना, कैमिकल वाली चीजों का यूज करना या फिर खराब रेजर का उपयोग करना। महिलाओं की योनि में खुजली या जलन होने का मतलब हो सकता है कि उन्‍हें यीस्‍ट इंफेक्‍शन हो, जो कि एक सामान्य बात है।
वैजाइनल इचिंग (योनि में खुजली) के कुछ कारण :
1.  बैक्टीरियल वैजाइनोसिस : हमारी योनि में बैक्टीरिया का एक स्वस्थ मिश्रण होता है लेकिन जब खराब बैक्टीरिया की संख्या अधिक मात्रा में बढ़ जाती है तो यह इन्फेक्शन का कारण बन सकता है। खुजली, सूजन, जलन, डिस्चार्ज या दुर्गंध सहित कई लक्षण हो सकते हैं।
2. यौन संचारित रोग : यौन संचारित रोग जिनमें क्लैमाइडिया, गोनोरिया या ट्राइकोमोनिएसिस शामिल हैं, योनि में खुजली और जलन पैदा कर सकते हैं।
3. यीस्ट इन्फेक्शन : यह एक महिला के जीवन में सबसे आम समस्याओं में से एक है। योनि में यीस्ट इन्फेक्शन तब होता है जब कैंडिडा का अत्यधिक विकास होता है। यीस्ट इन्फेक्शन के कई कारण हो सकते हैं जिनमें गर्भावस्था, संभोग, कमजोर इम्मयून सिस्टम, एंटीबायोटिक्स आदि शामिल हैं।
4. रजोनिवृत्ति (मेनोपॉज़) : यह तब होता है जब महिलाओं के प्रजनन वर्षों के अंत में एस्ट्रोजन का उत्पादन कम हो जाता है। इससे खुजली और जलन हो सकती है।
5. केमिकल रिएक्शन : इसमें क्रीम, कंडोम, गर्भनिरोधक क्रीम, डिटर्जेंट, साबुन, सुगंधित टॉयलेट पेपर, डूश शामिल हैं, जो योनि में जलन पैदा कर सकते हैं।
6. लाइकेन स्क्लेरोसिस : इनमें त्वचा पर सफेद धब्बे बनते हैं और वैजाइनल जगह पर स्थायी पैच बन सकते हैं।
कुछ अन्य स्थितियां भी खुजली का कारण हो सकती हैं, जिनमें शामिल हैं :
1. एंटीबायोटिक्स या स्टेरॉयड जैसी दवाएं।
2. तंग कपड़े या नम कपड़े।
3. कैंसर या सर्विक्स वैजाइना
4. अनमैनेज़ेड डायबिटीज
5. त्वचा की स्थिति जैसे लाइकेन प्लेनस या वैजाइनिटिस।
वजाइनल खुजली रोकने के घरेलु उपायें -
1. नीम की पत्ती 
नीम में ढेर सारे औषधीय गुण होते हैं। यह एंटी फंगल होती है जो शरीर में पनप रहे संक्रमण को रोकने के लिये जानी जाती है। प्रयोग करने के लिये नीम की कुछ पत्तियों को अपने नहाने के पानी में मिलाएं और इससे नहाएं। या फिर नीम की पत्तियों को पानी में 10 मिनट के लिए उबाल लें। जब पानी ठंडा हो जाए फिर इसी पानी से अपने गुप्त अंग को धोएं।
2. नारियल तेल
एक अध्‍यन में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार नारियल तेल 52 प्रकार की यीस्‍ट को मारने में प्रभावी तरीके से काम करता है। आप को बस प्रभावित स्‍थान पर नारियल तेल की 2-3 बूंदे दिन में 3 -4 बार लगानी होंगी। जब आपको सुधार दिखने लगे तब इसे लगाना बंद कर दें। इसके आलाव आपको अपने खाने में भी नारियल तेल को शामिल करना चाहिये। 2016 में किये गए एक अध्ययन से पता चला कि नारियल का तेल कैंडिडा अल्बिकन्स को मार सकता है, जो यीस्‍ट इंफेक्‍शन का कारण बनता है। यदि आप भी इस परेशानी से जूझ रही हैं तो नारियल के तेल को सीधे वेजाइना में लगाएं। मगर इस बात का ध्‍यान रखें कि नारियल तेल पूरी तरह से हाई क्‍वालिटी का ही हो। तेल लगाने के बाद पैड पहनें जिससे कपड़े पर किसी भी प्रकार का दाग न पड़े।
3. बेकिंग सोडा (Baking Soda)
बेकिंग सोडा से नहाने से यीस्ट इन्फेक्शन का इलाज और खुजली को कम करने में मदद मिल सकती है। 2013 के एक अध्ययन के अनुसार, बेकिंग सोडा में एंटीफंगल गुण होते हैं, जो जलन पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मार सकते हैं। अपने नहाने के पानी में 1/4 कप बेकिंग सोडा डालें और इससे नहाएं या कुछ देर खुद को इसमें सोक करें।
4. सेब का सिरका (Apple Cider Vinegar)
बेकिंग सोडा की तरह, एप्पल साइडर विनेगर (एसीवी) से स्नान करने से भी संक्रमण या खुजली को शांत करने में मदद मिल सकती है। एप्पल साइडर विनेगर में एंटीफंगल और जीवाणुरोधी गुण होते हैं, जो बैक्टीरिया के विकास को रोकता है। आधा कप सेब के सिरके को पानी में डालकर इससे स्नान करें।
5. टी ट्री ऑयल (Tea Tree Oil)
कुछ एसेंशियल ऑयल्स वेजाइनल इन्फेक्शन के इलाज में भी प्रभावी होते हैं। इन्ही में से एक है टी ट्री ऑयल, जिसका उपयोग आप योनि में खुजली के लिए कर सकती हैं। इसके एंटीफंगल गुण कई प्रकार के यीस्ट और फंगस को मार सकते हैं। अपने हाथ में टी ट्री ऑयल की सिर्फ 2-3 बूंदें लें और इसे योनि की बाहरी त्वचा पर लगाएं। यकीनन आपको इससे राहत मिलेगी।
6. तुलसी के पत्ते 
तुलसी की पत्‍तियों का यूज़ करें तुलसी की पत्‍तियों में थायमोल और यूजीनोल होता है, जो कि स्‍किन की इरिटेशन को दूर करता है। बस थोड़ी सी तुलसी की ताजा पत्‍तियों को धो कर प्रभावित स्‍थान पर रगड़ें। या फिर आप तुलसी की चाय भी तैयार कर के में उसमें कॉटन डिप कर के प्रभावित स्‍थान पर लगा सकती हैं।
इन बातों का भी रखें ध्यान 
1. कॉटन के अंडरगार्मेंट्स पहनें जिससे वजाइना में पसीना सूख जाए। 
2. हमेशा साफ कपड़े ही पहनें। 
3. वजाइना के आसपास की त्वचा को भी साफ रखें। 
4. केमिकल युक्त हाइजीन वॉश का इस्तेमाल ना करें। 
5. बहुत ज्यादा टाइट अंडरगारमेंट पहनने से बचें। 
6. अपना पुराना रेजर फेक कर नया खरीदें
7. सूती कपड़े पहनें।
8. अपनी योनि को साफ करने के लिए बहुत कठोर साबुन का प्रयोग न करें। 
9. बहुत सारा पानी पियें। 
10. पीरियड्स के दौरान साफ सफाई अपनाएं। पैड्स को हर चार घंटे में बदलें। 
11. जिम या स्विमिंग के बाद तुरंत कपड़ों को बदलें।
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