Women Health: इस विटामिन की कमी से अनियमित हो सकते हैं पीरियड्स, समय रहते पहचानें लक्षण
- अनन्या मिश्रा
- Jul 21, 2025

हमारा शरीर एक मशीन की तरह होता है, जिसमें तरह-तरह के विटामिन और खनिज फ्यूज की तरह काम करते हैं। वहीं शरीर को सुचारू रूप से काम करने के लिए जरूरी है कि खनिज और विटामिन सही मात्रा में हों। वहीं इसकी कमी होने पर शरीर में कई तरह लक्षण नजर आते हैं। इनमें से एक विटामिन बी12 है। विटामिन बी 12 को तंत्रिका तंत्र के जरूरी माना जाता है। लेकिन महिलाओं में इसकी कमी होने पर कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं। इनमें से एक अनियमित पीरियड्स है। विटामिन बी12 की कमी होने पर पीरियड्स पर भी असर पड़ सकता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि विटामिन बी12 की कमी को कैसे दूर किया जा सकता है।
विटामिन बी12 की कमी
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक विटामिन बी12 शरीर में हार्मोन को संतुलन करने के लिए काफी जरूरी होती है। इस विटामिन की कमी या अधिकता दोनों ही हार्मोन के असंतुलन का कारण बन सकते हैं। शरीर में विटामिन बी12 की कमी होने पर एस्ट्रोजन, टेस्टोस्टेरोन, प्रोगैस्टरॉन जैसे जरूरी हार्मोन उत्पादन पर असर पड़ता है। जिसकी वजह से पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं।
लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने के लिए भी विटामिन बी12 जिम्मेदार होता है। शरीर में इस विटामिन की कमी होने पर लाल रक्त कोशिकाओं की कमी हो जाती है, जोकि एनीमिया का कारण बन सकता है। साथ ही इससे आपके पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं। साथ ही पीरियड के समय अधिक थकान और कमजोरी बढ़ सकती है।
तंत्रिका तंत्र के लिए विटामिन बी12 जरूरी होता है। यह विटामिन न्यूरोट्रांसमीटर के संतुलन में सहायता करता है। शरीर में इसकी कमी होने पर डिप्रेशन, मूड स्विंग्स और मानसिक तनाव बढ़ सकता है। यह पीरियड के समय अधिक गंभीर भी हो सकता है।
विटामिन बी12 की कमी को ऐसे करें दूर
अगर आप मांसाहारी हैं, तो आपको अपनी डाइट में चिकन, मछली, रेड मीट, अंडा और डेयरी उत्पादन आदि शामिल करना चाहिए।
वहीं अगर आप वेजिटेरियन हैं, तो आपको डाइट में छाछ, दूध और दही आदि का सेवन करना चाहिए।
इसके अलावा आप अपनी डाइट में कद्दू, सूरजमुखी और अलसी के बीज भी शामिल कर सकती हैं।
आप चाहें तो डॉक्टर से कंसल्ट कर लें, वह आपको सप्लीमेंट्स भी दे सकते हैं।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।