Intimate Health: वजाइनल हेल्थ को प्रभावित कर सकती है पैंटी, इंटिमेट हाइजीन के लिए अपनाएं ये टिप्स
- अनन्या मिश्रा
- Jul 23, 2025

अगर आप भी अक्सर वजाइनल इंफेक्शन से परेशान रहते हैं और हर कुछ दिनों में वजाइना में जलन और खुजली महसूस होती है। या फिर आप हर कुछ दिनों में यूटीआई का शिकार हो जाती हैं। तो इसकी वजह आपकी पैंटी भी हो सकती है। हालांकि अधिकतर महिलाएं इस बात से अंजान होती हैं, लेकिन अंडरगार्मेंट का सीधा असर वजाइनल हेल्थ पर होता है। जब भी इंटिमेट हेल्थ की बात होती है, तो इंटिमेट हाइजीन के साथ पैंटी से जुड़ी कुछ खास बातों पर ध्यान देने बेहद जरूरी होता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि वजाइना की हेल्थ को पैंटी किस तरह प्रभावित कर सकती है।
वजाइनल हेल्थ पर अंडरगार्मेंट्स का असर
पैंटी वजाइना के संपर्क में सबसे ज्यादा समय तक होती है। ऐसे में पैंटी के कारण भी वजाइना की सेहत प्रभावित हो सकती है। इसलिए रोजाना पैंटी बदलना बेहद जरूरी है। अगर आप एक या दो दिन या फिर उससे ज्यादा दिनों तक एक ही पैंटी पहनी रही हैं, तो इसका सीधा असर वजाइना पर होता है।
अगर आपको गर्मी में में अधिक पसीना आ रहा है, या फिर आपको लंबे समय तक धूप में वक्त बिताते हैं, तो दिन में एक से ज्यादा बार पैंटी बदलना सही है।
अंडरवियर के साफ न होने या लंबे समय तक इस ही अंडरवियर पहनने की वजह से वजाइना में बैक्टीरिया के पनपने का खतरा अधिक रहता है।
कई बार वजाइना से होने वाले डिस्चार्ज या यूरिन की बूंदे पैंटी में रह जाती हैं। ऐसे में पैंटी को बदलने के साथ ही इसको अच्छे से वॉश करना और धूप में सुखाना बेहद जरूरी है। वरना आपको वजाइनल इंफेक्शन का खतरा हो सकता है।
हर एक साल में पुरानी पैंटी को पहनना छोड़ देना चाहिए। लंबे समय तक पुरानी अंडरवियर को पहनते रहने से भी समस्या हो सकती है।
वजाइनल हेल्थ के लिए आप कॉटन पैंटी पहनना सही रहेगा। कॉटन पैंटी हवा में मौजूद नमी यानी की मॉइश्चर को लेती है। इससे वजाइना में बैक्टीरिया के पनपने का खतरा कम हो जाता है।
वहीं बहुत ज्यादा टाइट पैंटी नहीं पहनना चाहिए। ज्यादा टाइट पैंटी पहनने से एयर पास नहीं हो पाती है और बैक्टीरिया ग्रोथ बढ़ सकती है। इसलिए प्रयास करें कि रात को पैंटी पहनकर न सोएं।
वजाइनल हेल्थ के लिए इंटिमेट हाइजीन का ध्यान रखना जरूरी हो जाता है। इसलिए रोजाना धुली ही पैंटी पहनें और इसको रोजाना बदलना जरूरी है।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।