जानिए प्रेग्नेंसी के समय व्रत करना कितना सुरक्षित और कौनसी सावधानियाँ बरतनी चाहिए?

  • Healthy Nuskhe
  • May 19, 2020

जानिए प्रेग्नेंसी के समय व्रत करना कितना सुरक्षित और कौनसी सावधानियाँ बरतनी चाहिए?

भारत एक ऐसा देश है जहाँ विभिन्न रीति रिवाज और त्यौहार मनाए जाते हैं। यहाँ महिलाएं अलग-अलग व्रत, उपवास रखती हैं। लेकिन अगर आप गर्भवती है तो व्रत करने से परहेज करना चाहिए। क्‍योंकि ये गर्भावस्था में बेबी के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। लेकिन कुछ त्योहारों में महिलाओं की श्रद्धा होती है, उदाहरण के तौर पर, करवा चौथ, तीज और होई अष्टमी ऐसे ही त्यौहार हैं, जो महिलाओं के लिए उनकी श्रद्धा और परम्परागत तौर पर, जरूरी भी होते हैं।

 

अगर आप प्रेग्नेंसी में व्रत कर रही हैं, तो आपको अपनी और अधिक देखभाल करने की जरूरत है। ख़ास तौर पर, अगर ये व्रत निर्जला है तो ऐसे में आपको डॉक्‍टर से पूछताछ करने के बाद ही व्रत रखना चाहिए नहीं तो व्रत करना कैंसिल कर देना चाहिए। तो आज हम अपको बतयँगे की प्रेग्नेंसी के समय व्रत करना कितना सुरक्षित होता है, या नहीं और अगर आप व्रत कर रही हैं तो कौनसी सावधानियां बरतनी चाहिए।

 

क्या प्रेगनेंसी में फ़ास्ट करना सुरक्षित है?

अगर आप पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं, तो आप कुछ समय तक व्रत कर पाते हैं, लेकिन गर्मियों के समय व्रत करना आपके लिए हानिकारक हो सकता है। ऐसे समय खाली पेट पानी पीने में भी शरीर को परेशानी होती है। ऐसे में शरीर मे पोषक तत्वों के अलावा पानी की भी कमी हो सकती है।

प्रेग्नेंसी में व्रत करने से कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं, जैसे- कमजोरी, बेचैनी, सिरदर्द, बेहोशी, चक्कर आना, एसीडिटी, घबराहट होना आदि इसलिए निर्जला व्रत बिल्कुल न रखें।

 

व्रत भी कई तरह के होते हैं, कुछ व्रत तो बेहद मुश्किल होते हैं, जिनमें पानी तक का भी सेवन नही किया जाता है। ऐसे में व्रत नही करना चाहिए ऐसे समय में व्रत से माँ और शिशु दोनों की सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। निर्जला व्रत बहुत कठिन होते हैं, इस समय में गर्भवती डिहाइड्रेशन का शिकार भी हो सकती है जो मां और बच्‍चें दोनों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। लेकिन कुछ व्रतों में फलों का सेवन कर सकते हैं।

 

व्रत रखते हुए ये चीजें रखें ध्यान-

1.ऐसे समय में व्रत रखें तो मल्टीविटामिन का सेवन करते रहना जरूरी है।

2.चाय या कॉफी का सेवन न करें क्योंकि खाली पेट चाय पीने से सेहत पर बुरा असर पड़ेगा। 

3.जिनमे शुगर ज्यादा हो उन फलों का सेवन ज्यादा नहीं करना चाहिए।

4.प्रेगनेंसी के समय व्रत रखते हैं तो तला हुआ बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए।

5.हमेशा कोशिश करें कि ऐसे समय अधिक कार्य न करें और एक्ससराइज़ तो बिलकुल भी नहीं करनी चाहिए।

6.यदि आप गर्मियों में व्रत रख रही हैं तो धूप में बिल्कुल भी न घूमें और ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थों का सेवन करें।

7.आराम आपके लिए बहुत जरूरी है, इसलिए पर्याप्त आराम जरूर करें, और किसी भी तरह की मेहनत या चिंता न करें।

 

फास्टिंग के कारण आपमे थोड़ा आलस औऱ कमजोरी आ जाती है इसलिए अचानक कुछ भी ज्यादा और तला हुआ नहीं खाना चाहिए। पहले तरल पदार्थों का सेवन करें उसके बाद हल्का भोजन करें। अगर आपको फास्टिंग के समय चक्कर, उल्टी या धड़कन या जी मिचलाना महसूस हो रहा है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।


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