एक्सपर्ट से जानिए की महिलाओं को महीने में दो बार क्यों होते हैं पीरियड

  • Healthy Nuskhe
  • Jul 20, 2020

एक्सपर्ट से जानिए की महिलाओं को महीने में दो बार क्यों होते हैं पीरियड
आज के समय में भी ज्यादातर महिलाएं अपने स्वास्थ्य से संबंधित बातें हर किसी से शेयर नहीं करती जैसे कि यदि उन्हें अपने मासिक धर्म में किसी भी तरह की समस्या या परेशानी हो तो वह खुलकर किसी से उसकी बात नहीं करती ना ही किसी से उस बारे में किसी भी तरह की राय लेती हैं। अंदर ही अंदर इस समस्या से झुझती रहती हैं। महिलाओं का आंतरिक स्वास्थ्य ठीक रहना बहुत ज्यादा आवश्यक होता है। साथ ही उनके स्वास्थ्य के बारे में ज्यादातर उनके मासिक धर्म द्वारा ही पता लगता है, यदि उनके मासिक धर्म समय पर बिना किसी तकलीफ के होते हैं तो इसका मतलब यह होता है कि वह आंतरिक तौर से भी स्वस्थ है। पीरियड का समय और उनकी गतिविधि एक महिला से दूसरी तक बिल्कुल अलग होता है। 


कभी भी किसी का पीरियड का समय या परेशानी एक जैसी नहीं होती। कई महिलाएं ऐसी भी होती है जिनको महीने में दो बार पीरियड होते हैं। उनके पहले पीरियड खत्म होने के महज 14 दिन के बाद ही दूसरे पीरियड का समय आ जाता है। शरीर में इस तरह की गतिविधि से महिलाएं काफी घबरा जाती है। हालांकि एक्सपर्ट से बात करने पर पता लगा है, कि महीने में दो बार पीरियड होना इन दिनों काफी आम हो गया है। लेकिन सवाल यह उठता है कि अब महिलाओं को महीने में दो बार पीरियड क्यों होते हैं? इसी बारे में नोएडा के हॉस्पिटल के कंसल्टेशन गायनेकोलॉजिस्ट और ऑब्स्ट्रीटीशियन डॉक्‍टर संदीप चड्ढा ने कई कारण बताए जिसकी वजह से महिलाओं को महीने में दो बार मासिक धर्म या फिर पीरियड होते हैं, तो आइए जानते हैं संदीप चड्ढा ने किन-किन बातों के बारे में बताया है।


महीने में 2 बार पीरियड्स आने के कारण:


यदि आपके परिवार में लंबे समय से फाइब्रॉएड, अल्सर या जल्‍द मेनोपॉज है तो आपके लिए पीरियड या महावारी समस्या खड़ी हो सकती हैं। आपके परिवार का इतिहास इन सभी चीजों से भरा हुआ है, तो इन सभी कारणों की वजह से आपको महीने में दो बार पीरियड होने की संभावना बढ़ सकती है।


साथ ही अगर आपको अनियमित ब्‍लीडिंग की समस्या रही है तो आपके पीरियड्स को ट्रैक करने से किसी अन्‍य समस्या को अधिक तेजी से पहचानने में मदद मिल सकती है।


साथी अपनी पीरियड्स की जानकारी को आप डॉक्टर के साथ बहुत ही आसानी से शेयर कर सकती हैं। ज्यादा और लगातार ब्‍लीडिंग का एक स्वास्थ्य प्रभाव एनीमिया के रूप में देखने को भी मिलता है। ऐसा आपके शरीर में तभी होगा जब आपके शरीर के अंदर आयरन की कमी होगी, इसी कारण की वजह से ही आपको ज्यादा ब्लीडिंग होने की संभावना होगी।


यदि आप गायनेकोलॉजिस्ट के पास जाती हैं तो व्व आपके आयरन के लेवल की जांच कर सकती है या असामान्य ब्‍लीडिंग के कारण को निर्धारित करने के लिए अन्य टेस्‍ट करा सकती है। एनीमिया के लक्षणों में थकान, सिरदर्द, कमजोरी, चक्कर आना, सांस की तकलीफ और अनियमित दिल की धड़कन शामिल हैं।


ऐसे कई कारण है जिसकी वजह से महिलाओं के पीरियड्स नियमित रूप से नहीं होते या फिर महीने में दो बार होते हैं।


ओव्यूलेशन की कमी:


यदि आपके स्वास्थ्य में ओव्यूलेशन से संबंधित कोई कमी या परेशानी है तो आपको नियमित रूप से पीरियड नहीं आएंगे या उनमें किसी भी तरह की रुकावट या परेशानी होगी।


वजन बहुत ज्‍यादा बढ़ना या कम होना:


यदि आप की उम्र और स्वास्थ्य हिसाब से आपका वजन लगातार बढ़ता जा रहा है तो आपको पीरियड्स में निश्चित रूप से समस्या का सामना करना पड़ेगा।


स्वास्थ्य के हिसाब से वजन बहुत ज्यादा होना


कई महिलाओं का वजन उनकी उम्र के हिसाब से कम या ज्यादा होता है यदि वजन में सही तरह का संतुलन नहीं होगा या वजन आपकी उम्र और स्वास्थ्य के हिसाब से अधिक ज्यादा या कम होगा तो आपके पीरियड होने मैं और उन्हें लगातार आने में आपको समस्या झेलनी पड़ेगी।


कोई अंतर्निहित बीमार:


यदि आपका शरीर किसी अंतर्निहित बीमारी से जूझ रहा है और लंबे समय से आप उसका इलाज सही तरह से नहीं करा रही है, तो इसका प्रभाव आपके पीरियड्स के टाइम टेबल पर जरूरत पड़ेगा।


बहुत ज्‍यादा ट्रेवल करना 


कोई भी चीज हद से ज्यादा करना हमारे स्वास्थ्य और हमारे मानसिक विकास के लिए बहुत ही ज्यादा हानिकारक साबित होती है। इसी तरह से ही यदि आप बहुत ज्यादा ट्रैवल करती है और अपने स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रखते तो इसका सीधा प्रभाव आपके पीरियड्स पर पड़ेगा। ज्यादा टेबल करने के कारण आपके पीरियड्स नियमित रूप से नहीं होंगे।


प्रीकैंसरस या कैंसर कोशिकाओं की उपस्थिति 


यदि आपके शरीर में प्रीकैंसरस या कैंसर कोशिकाओं की उपस्थिति होगी तो आपको अपने मासिकधर्म में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।है।


डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?


यदि आपके पीरियड्स के साईकल में परिवर्तन आता है तो यह एक समस्या का संकेत है।इसलिए यदि आपको इस तरह की समस्या आए तो आप तुरंत अपने गाइनेकोलॉजिस्ट से इस असामान्य बिल्डिंग के बारे में बात जरूर करें।जब आप अपनी गाइनेकोलॉजिस्ट के पास जाके अपनी बात साझा करेंगी तो वह आपसे कई तरह के सवाल पूछेंगी। जिससे की जल्द से जल्द आपकी परेशानी का इलाज मिल पाएगा।


डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।


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