बार-बार गर्भपात से बचने के लिए अपनाएं ये टिप्स, रखें इन बातों का ख्याल

  • Healthy Nuskhe
  • Feb 11, 2021

बार-बार गर्भपात से बचने के लिए अपनाएं ये टिप्स, रखें इन बातों का ख्याल

शादी के बाद माँ बनना हर महिला का सपना होता है। कुछ महिलाएं किसी परेशानी के बहुत जल्दी कंसीव कर लेती हैं, लेकिन कई बार गर्भपात के कारण महिलाएं माँ नहीं बन पाती हैं। गर्भपात का खतरा पहली और दूसरी तिमाही में ज़्यादा रहता है। हालाँकि, चिंता न करें, अपनी सेहत और खान-पान पर थोड़ा-सा ध्यान देकर आप गर्भपात के खतरे से बच सकती हैं। आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे के कि गर्भपात से बचने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए - 


फोलिक एसिड लें

प्रेगनेंसी में फोलिक एसिड का सेवन फायदेमंद माना जाता है। एक गर्भवती महिला को रोजाना 400 माइक्रोग्राम फोलिक एसिड लेने की जरूरत होती है। इससे जन्‍म विकारों के कारण होने वाले गर्भपात के खतरे को कम किया जा सकता है। बेहतर होगा कि आप कंसीव करने से पहले ही फोलिक एसिड लेना शुरू कर दें। फोलिक एसिड का सेवन प्रेगनेंसी के नौ महीने तक करना चाहिए।


​स्‍वस्‍थ जीवनशैली अपनाएं

प्रेगनेंसी के दौरान धूम्रपान या शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही अगर आप कंसीव करना चाहती हैं तो दिन में ज़्यादा कैफीन का सेवन न करें। आपको दिन में 300 मि।ग्रा या इससे कम मात्रा में कैफीन का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा गर्भपात से बचने के लिए नियमित व्‍यायाम करें, पर्याप्‍त नींद लें और संतुलित आहार लें।


वजन नियंत्रित करें 

अधिक वजन या कम वजन भी गर्भपात का कारण बन सकता है। डॉक्टर की सलाह से अपनी हाइट के अनुसार अपना वजन बना कर रखें। इसके लिए सही और संतुलित आहार लें और नियमित व्यायाम करें।  


स्वच्छता का ध्यान रखें 

प्रेगनेंसी में संक्रमण भी गर्भपात का कारण बन सकता है। इसलिए बार-बार हाथों को धोएं और अपने आस-पास की स्वच्छता का भी विशेष ध्यान रखें। इससे फ्लू और निमोनिया जैसी बीमारियों से बचने में मदद मिल सकती है। इन सब चीजों से बचाव का पूरा ध्‍यान रखें। इसके अलावा अपने डॉक्‍टर से सलाह लें कि  आपको प्रेगनेंसी में किस तरह के टीकाकरण की जरूरत है।


प्रदूषण और केमिकल्स से रहें दूर 

प्रेगनेंसी के दौरान एक्‍स-रे करवाने से बचें। अगर बहुत ज्‍यादा जरूरी है तो पहले डॉक्‍टर से सलाह जरूर ले लें। प्रेगनेंसी में प्रदूषण, वाहनों के हानिकारक धुएं, कीटनाशकों आदि से भी दूर रहें। इनकी वजह से गर्भपात, मृत शिशु का जन्‍म या शिशु में कोई विकासशील विकार हो सकता है। 


मक्खन से परहेज 

एक रिसर्च में पाया गया है कि प्रेगनेंसी में दूध और चीज का सेवन गर्भपात के खतरे को कम करने में मदद करता है। वहीं, मक्‍खन के सेवन से गर्भपात का खतरा दोगुना हो जाता है। इसका मतलब है कि प्रेगनेंसी में महिलाओं को दूध और चीज का सेवन करना चाहिए लेकिन मक्खन से परहेज करना चाहिए।

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।


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