Periods Pain Cause: पीरियड्स में ज्यादा ब्लीडिंग कहीं इस बीमारी का तो नहीं है खतरा, ना करें नजरअंदाज करने की गलती

  • अनन्या मिश्रा
  • Oct 18, 2023

Periods Pain Cause: पीरियड्स में ज्यादा ब्लीडिंग कहीं इस बीमारी का तो नहीं है खतरा, ना करें नजरअंदाज करने की गलती

हर महीने महिलाओं को पीरियड्स के दिनों से गुजरना पड़ता है। पीरियड्स तीन दिन से लेकर सात दिनों तक भी हो सकते हैं। वहीं कुछ महिलाओं को सामान्य रूप से माहवारी होती है। तो वहीं कुछ महिलाओं को पीरियड्स के दौरान बहुत ज्यादा दर्द और ब्लीडिंग से गुजरना पड़ता है। कई बार समस्या इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि महिलाओं को पीरियड्स के दौरान हर घंटे पैड चेंज करना होता है।

 

पीरियड्स के दौरान बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होने की समस्या को मेनोरेजिया कहा जाता है। इसमें पीरियड्स के दौरान असामान्य रूप से ब्लीडिंग होती है या पीरियड्स अधिक दिनों तक चलते हैं। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि मेनोरेजिया होने की क्या वजह होती है और किस स्थिति में डॉक्टर को दिखाना चाहिए।


मेनोरिजिया की वजह

मेनोरेजिया के कई कारण हो सकते हैं। कई बार ऐसा हार्मोन असंतुलन की वजह से होता है। महिलाओं के यूट्रस में हर महीने में एक परत बनती है और यह परत पीरियड्स के दौरान शरीर से ब्लीडिंग के जरिए बाहर आती है। लेकिन जब शरीर में हार्मोन का असंतुलन होता है तो यह परत काफी ज्यादा मोटी हो जाती है। तब पीरियड्स के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग के रूप में यह बाहर आती है। वहीं कई बार ओवलूशन न हो पाने के कारण भी हार्मोन संतुलन बिगड़ जाता है और हैवी ब्लीडिंग होने लगती है।


कई बार गर्भाशय में फाइब्रॉएड्स होने के कारण भी कई बार हैवी ब्लीडिंग होने लगती है। ऐसे समय में भी पीरियड्स लंबे समय तक हो सकते हैं।


गर्भाशय में कैंसर या फिर अंडाशय में कैंसर होने की वजह से भी अधिक ब्लीडिंग हो सकती है। हांलाकि कई बार ऐसा आनुवांशिकता ​की वजह से भी होता है। 


जानिए इसका इलाज

हार्मोनल समस्या होने की कंडीशन में हेल्थ एक्सपर्ट्स कुछ दवाएं लेने की सलाह देते हैं। इन दवाओं के सेवन से हार्मोन को शरीर में संतुलित किया जाता है। ऐसे में आप डॉक्टर की सलाह पर दवाएं ले सकते हैं।


इसके अलावा डॉक्टर आपको पॉलीप्स या फाइब्रॉएड्स होने पर सर्जरी कराने की सलाह भी दे सकते हैं। 


हैवी ब्लीडिंग के कई गंभीर मामलों में सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है। इसमें गर्भाशय को भी निकाला जा सकता है। लेकिन इसके बाद आपको पीरियड्स नहीं होंगे।


कुछ घरेलू उपाय

इस समस्या से निपटने के लिए आप सरसों के दानों को मिक्सी में डालकर पीस लें। फिर पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग होने पर एक चम्मच सरसों के दाने के पाउडर को गुनगुने दूध के साथ लें। इससे आपको काफी आराम मिलेगा। 


इसके अलावा सौंफ को पीसकर उसका पाउडर बना लें। फिर इस पाउडर को एक कप पानी के साथ करीब 5 मिनट तक उबालें। फिर इसे गर्मागर्म छानकर पिएं।


वहीं हैवी ब्लीडिंग की समस्या से बचने के लिए बर्फ के कुछ टुकड़े को एक तौलिए में अच्छे से बांध लें। फिर 15 से 20 मिनट के लिए इसे अपने पेट के निचले हिस्से पर रखें। इससे आपको आराम मिलेगा। 


बता दें कि इसके लिए मेथी के बीजों को भी लाभकारी माना जाता है। दो कप पानी में एक चम्मच मेथी के बीज को उबाल लें। फिर जब पानी आधा रह जाए तो इसमें एक चम्मच शहद मिला लें। अब इस गुनगुने पानी का सेवन करें। दिन में करीब 2-3 बार इस पानी को पीने से लाभ मिलता है।

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।


Tags
food to eat periods, Periods Cramps, Periods Pain Cause, health tips, health tips in hindi, हेल्थ टिप्स, हेल्थ टिप्स इन हिन्दी, Periods Pain, पीरियड्स, Sudden Heavy Period Causes, Periods Warning Signs, पीरियड्स का दर्द, मेनोरेजिया, Menorrhagia, Heavy bleeding During Periods

Related Posts