प्रेग्नेंसी में होने वाली घबराहट को ऐसे करें कंट्रोल, बच्चे पर भी नहीं पड़ेगा बुरा इसका असर

  • अनन्या मिश्रा
  • Feb 22, 2023

प्रेग्नेंसी में होने वाली घबराहट को ऐसे करें कंट्रोल, बच्चे पर भी नहीं पड़ेगा बुरा इसका असर

प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। वहीं हार्मोनल बदलावों के कारण कई बार महिलाओं को काफी परेशानी का भी सामना करना पड़ता है। आमतौर पर प्रेग्नेंसी के समय तीसरे महीने से कई लक्षण दिखाई देने लगते हैं। जिसके कारण महिलाओं को चिंता, डिप्रेशन, घबराहट और चिड़चिड़ापन महसूस होता है। वहीं इन हार्मोनल बदलाव के कारण कई बार प्रेग्नेंट महिलाओं को घबराहट महसूस होने लगती है। इस दौरान उनके दिमाग में कई तरह के सवाल भी होते हैं। जिसका भी सीधा असर उनपर और उनके गर्भ में पलने वाले बच्चे पर पड़ता है। इसलिए प्रेग्नेंसी के दिनों में महिलाओं को अधिक से अधिक समय खुशनुमा माहौल में बिताना चाहिए। वहीं ज्यादा समस्या होने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से प्रेग्नेंसी के समय होने वाली घबराहट को दूर करने के कुछ आसान उपाय बताने जा रहे हैं।


हार्मोनल बदलाव

प्रेग्नेंसी में कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं। कई बार महिलाओं का मूड पल-पल में बदलता है। इसका सीधा संबंध महिलाओं के हार्मोनल बदलाव से होता है। वहीं कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दिनों में भूख न लगना, चक्कर आना, मितली होना आदि के लक्षणों से भी गुजरना पड़ता है। इसके अलावा अधिक सोचने का असर भी सीधे तौर पर उनके लक्षणों को प्रभावित करती है। तो आइए जानते हैं प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली घबराहट के कारणों के बारे में...


प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले बदलाव या लक्षण

1- प्रेग्नेंसी के समय महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास के लिए शरीर में तेजी से हार्मोन बदलाव होते हैं। इसका सीधा असर दिमाग पर पड़ता है। जिसके कारण बार-बार मूड स्विंग होता है। वहीं हार्मोनल बदलाव होने के कारण महिलाओं को घबराहट महसूस होने लगती है।


2- इसके अलावा पहली बार प्रेग्नेंसी धारण करने वाली महिलाओं में इस तरह की समस्याएं ज्यादा देखने को मिलती हैं। इसके भी कई कारण होते हैं। प्रेग्नेंसी में महिलाएं बच्चे के विकास को लेकर और अपने शरीर में होने वाले बदलावों को लेकर काफी चिंता में रहती है। इसके अलावा कई बातों को सोचने से मन में डर पैदा होने लगता है। इस कारण से भी घबराहट होने लगती है।


3- गर्भवती महिलाओं में ब्लड प्रेशर की समस्या भी देखने को मिलती है। कई बार ऐसी स्थिति में बीपी लो होने लगता है। जिससे घबराहट होने लगती है। इसके अलावा महिलाओं को चक्कर आना, मितली आना आदि की भी समस्याएं होती है। 


डेली रूटीन में करें बदलाव

वहीं प्रेग्नेंट महिलाएं अपनी डेली रूटीन में थोड़ा सा बदलाव कर कई परेशानियों को खुद से दूर कर सकती है। ऐसे समय में आपको खुद को शांत रखना चाहिए। महिलओं को प्रेग्नेंसी के टाइम पर ज्यादा से ज्यादा समय खुश रहना चाहिए। क्योंकि अगर आप खुश रहेगे तो आपके गर्भ में पलने वाले बच्चे पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और अगर ऐसे समय में आप परेशान रहेंगे तो इसका भी असर आपके बच्चे के विकास पर पड़ने की संभावना होती है। तो आइए जानते हैं घबराहट मिटाने के लिए कौन से उपाय अपनाने चाहिए।


1- किसी भी विषय में ज्यादा न सोचें।

2- चिंता और तनाव होने पर डॉक्टर या बुजुर्ग महिला से बात करें।

3- पर्याप्त नींद लेना मां और बच्चे के लिए फायदेमंद होता है। 

4- डॉक्टर की सलाह पर डेली रूटीन में एक्सरसाइज शामिल करें।

5- पर्याप्त मात्रा में पानी जरूर पिएं, पानी के हाइड्रेशन से हार्मोन बैलेंस किए जा सकते हैं।

6- ज्यादा से ज्यादा पौष्टिक आहार खाएं। खाने में तेल-मसाला वाली चीजों को अवॉइड करें।

7- प्रेग्नेंसी के दौरान शराब आदि से दूर रहें, यह आपके मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालने के साथ ही बच्चे पर भी बुरा असर डालता है।


इन आसान उपायों को अपनाकर कई परेशानियों को दूर किया जा सकता है। इससे आपका और आपके गर्भ में पलने वाले बच्चे का सकारात्मक असर पड़ेगा। जिससे मां और बच्चा दोनों का ही सही विकास होगा। इस दौरान खुद को फिट रखना चाहिए और आलस नहीं करना चाहिए।

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।


Tags
vomiting during pregnancy, pregnancy, pregnancy Symptom, First Pregnancy, Health Tips, Health Tips in Hindi, हेल्थ टिप्स, हेल्थ टिप्स इन हिन्दी, प्रेग्नेंसी, गर्भावस्था में देखभाल, गर्भवती महिला, गर्भावस्था, हेल्दी प्रेग्नेंसी

Related Posts