Women Health: मेनोपॉज के करीब पहुंच रही हैं तो जरूर करें पिएं यह खास ड्रिंक, ऐसे करें खुद को तैयार
- अनन्या मिश्रा
- Jul 18, 2024
उम्र के अलग-अलग पड़ाव पर महिलाओं के शरीर में बदलाव होते हैं। पीरियड शुरू होने से पहले और पीरियड खत्म होने के बाद महिलाओं के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं। कुछ हार्मोन्स कम तो कुछ ज्यादा हो जाते हैं। हार्मोन्स में बदलाव होने का असर महिलाओं की पूरी हेल्थ पर देखने को मिलता है। हर महिला एक उम्र के बाद मेनोपॉज से गुजरती है, यानी की जब महिलाओं को पीरियड्स बंद हो जाते हैं। मेनोपॉज करीब आने की स्थिति को पेरी-मेनोपॉज कहा जाता है।
पेरी-मेनोपॉज और मेनोपॉज के दौरान हार्मोनल बदलाव होते हैं। जिसके कारण महिलाओं में एंग्जायटी, मूड स्विंग्स, रात में पसीना आना, कमजोरी लगता और हॉट फ्लैशेज जैसे लक्षण महसूस होते हैं। अगर आप भी 40 की उम्र के आसपास हैं और आपको यह लक्षण दिख रहे हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है। क्योंकि आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको एक खास ड्रिंक के बारे में बताने जा रहे हैं। इस खास ड्रिंक का सेवन करने से आपको आराम मिलेगा।
पिएं हेल्दी ड्रिंक
बता दें कि फ्लैक्स सीड्स में लिग्निन पाया जाता है, जो एस्ट्रोजन के लेवल को बैंलेस करने में सहायक होता है।
मेनोपॉज के दौरान शरीर में शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन के लेवल में बदलाव होता है। जिसका असर बॉडी के कई फंक्शन्स पर भी देखने को मिलता है।
वहीं सौंफ के बीच में फाइटोएस्ट्रोजन मौजूद होता है। इसका सेवन करने से मूड स्विंग्स, हॉट फ्लैशेज और रात में पसीना कम आता है।
चेस्टबेरी टी प्रोजेस्टेरोन के लेवल को कम करने का काम करती है। वहीं इसके सेवन से हॉट फ्लैशेज कम होते हैं।
यह एस्ट्रोजन के लेवल को मैनेज करने के साथ ही मेनोपॉज के लक्षणों को कंट्रोल करने में मदद करती है।
हेल्दी ड्रिंक सामग्री
फ्लैक्स सीड्स- 5 टेबलस्पून
सौंफ के बीज- 5 टेबलस्पून
चेस्टबेरी टी- 1 टी बैग
पानी- 200 मि.ली.
कैसे बनाएं यह ड्रिंक
सबसे पहले एक पैन में दोनों बीज डालें और फिर इसको करीब 5 मिनट के लिए रोस्ट करें।
अब इसको ब्लेंडर में डालकर अच्छे से महीन पीस लें।
फिर यह पाउडर एक एयर टाइट कंटेनर में स्टोर कर लें।
एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच यह पाउडर और एक टी बैग डालें।
इस तरह से हेल्दी ड्रिंक बनकर तैयार हो जाएगी।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।