पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग रोकने और कपड़ों से खून के दाग हटाने में बहुत असरदार हैं ये घरेलू नुस्खे

महिलाओं में पीरियड्स यानी मासिक धर्म होना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। पीरियड्स के दौरान महिलाओं में कई तरह के हार्मोनल बदलाव आते हैं। पीरियड्स में ब्लीडिंग होने के अलावा पेटदर्द, ऐंठन और मूड स्विंग्स जैसी समस्याएं भी होती हैं। पीरियड्स में ब्लीडिंग यानी रक्तस्त्राव होना साधारण है लेकिन अगर बहुत हैवी ब्लीडिंग हो तो काफी परेशानी हो जाती है। हैवी ब्लीडिंग होने के कारण दिन में कई बार सेनेटरी नैपकिन बदलना पड़ता है। इसके अलावा ज़्यादा खून निकलने की वजह से शरीर में पानी की कमी हो सकती है और कमजोरी आ सकती है। हैवी ब्लीडिंग के कई कारण हो सकते हैं हार्मोनल बदलवाव, इन्फेक्शन, ट्यूमर दवा का सेवन, अधिक वजन या ज़्यादा स्ट्रेस। अगर कभी-कभी हैवी ब्लीडिंग हो तो कोई परेशानी की बात नहीं है लेकिन अगर हर महीने हैवी ब्लीडिंग हो तो इसे नज़दारांदाज़ नहीं करना चाहिए। ऐसी स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए नहीं तो बाद में यह किसी बड़ी परेशानी का कारण बन सकती है। अगर आपको भी पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग होती है तो आप कुछ घरेलु नुस्खों का इस्तेमाल भी कर सकती हैं। आज के इस लेख में हम आपको पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग रोकने के कुछ असरदार घरेलु नुस्खे बताएंगे -
दालचीनी
आमतौर पर दालचीनी का इस्तेमाल खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। लेकिन इसके इस्तेमाल से हैवी ब्लीडिंग की समस्या में भी आराम मिलता है। यदि आपको पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग हो रही हो तो एक चम्मच दालचीनी का पाउडर को पानी में डालकर उबाल लें। इस चाय के सेवन से हैवी ब्लीडिंग रोकने में मदद मिलती है। आप चाहें तो इसमें शहद मिलाकर कर भी पी सकती हैं।
सरसों के दाने
सरसों के दाने का इस्तेमाल पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग रोकने में बहुत फायदेमंद साबित होता है। इसके लिए 1 चम्मच सरसों के दाने का पाउडर गुनगुने दूध के साथ लें, हैवी ब्लीडिंग में राहत मिलेगी।
सौंफ का पानी
पीरियड्स में होने वाली तमाम परेशानियों जैसे पेट दर्द, ऐंठन और हैवी ब्लीडिंग में सौंफ का पानी रामबाण की तरह काम करता है। यह नुस्खा दादी-नानी के जमाने से इस्तेमाल होता चला आ रहा है। इसके लिए 1 कप पानी में 1 चम्मच सौंफ का पाउडर डाल कर लगभग 5 मिनट तक उबालें। थोड़ा ठंडा हो जाने पर इस पानी को छान लें। इसके सेवन से हैवी ब्लीडिंग में काफी राहत मिलेगी।
धनिया के बीज
आयुर्वेद के अनुसार धनिया के बीज में कई औषधीय गुण पाए जाते है। पीरियड्स के दौरान धनिया के बीज का सेवन करने से हॉर्मोन्स संतुलित रहते हैं और हैवी ब्लीडिंग की समस्या में भी फायदा होता है। इसके लिए दो कप पानी में 1 चम्मच धनिए डालकर उबाल लें। जब पानी उबलकर आधा हो जाए तो इसे उतारकर छान लें। इस पानी में शहद मिलाकर पीने से हैवी ब्लीडिंग में काफी आराम मिलेगा।
हरी पत्तेदार सब्जियाँ
हरी सब्जियों का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं। पीरियड्स के दौरान हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करने से शरीर को पर्याप्त मात्रा में आयरन मिलता है और खून की कमी नहीं होती। ब्लीडिंग की समस्या में भी हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन बहुत फायदेमंद होता है।
अदरक
अदरक के इस्तेमाल से पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग की समस्या से राहत मिलती है। इसके लिए अदरक को पानी में डाल कर कुछ मिनट उबाल लें। थोड़ा ठंडा हो जाने पर इस पानी को पिएँ। आप चाहें तो इसमें शहद भी मिला सकती हैं। इसका सेवन दिन में 3-4 बार कर सकती हैं, हैवी ब्लीडिंग में आराम मिलेगा।
सेब का सिरका
सेब का सिरका पानी में मिलकर पीने से हैवी ब्लीडिंग की समस्या में लाभ होता है। इसका इस्तेमाल करने से शरीर से गंदगी बाहर निकालने और हॉर्मोन्स संतुलित रखने में मदद मिलती है। एक ग्लास पानी में 2 से 3 चम्मच सेब का सिरका मिलाकर पीने से हैवी ब्लीडिंग रोकने में मदद मिलेगी। आप इसका सेवन दिन में दो बार कर सकती हैं।
कई बार पीरियड्स के दौरान कपड़ों में खून का दाग लग जाता है। यदि कहीं बाहर हों या सफर कर रही हों तो यह एक बड़ी समस्या बन जाती है। कपड़ों में अगर खून के दाग-धब्बे लग जाएँ तो उन्हें छुड़ाने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। यदि आपको हैवी ब्लीडिंग हो रही हो तो किसी अच्छे सेनेटरी नैपकिन का इस्तेमाल करें। आजकल बाज़ार में कई तरह के सेनेटरी पैड्स मिलते हैं। अगर फिर भी कभी पीरियड्स में कपड़ों में दाग लग जाए तो आप इस घरेलु नुस्खे का इस्तेमाल कर सकती हैं। इससे कपड़ों से खून का दाग आसानी से निकल जाएगा।
इसके लिए एक बाल्टी में ठंडा पानी लें और उसमें नमक डालें। अब गंदे कपड़े को इस पानी में कुछ देर के लिए भिगोकर रख दें। इसके बाद दाग वाली जगह पर एंजाइमेटिक स्टेन रिमूवर का उपयोग करें, इससे खून के धब्बे आसानी से छूट जाएंगे।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।