आंखें रखनी हैं स्वस्थ तो करें काली मिर्च का सेवन
- सूर्या मिश्रा
- Nov 12, 2022
![आंखें रखनी हैं स्वस्थ तो करें काली मिर्च का सेवन](https://images.prabhasakshi.com/2022/11/black-pepper_large_1621_23.jpeg)
कमज़ोर आँखों की रोशनी आजकल हर किसी की परेशानी है गलत खान-पान प्रदूषण और गलत दिनचर्या के कारण भी अब चश्मा लगाने के लिए बुढ़ापे का इंतज़ार नहीं करना पड़ता आप किसी भी उम्र के हो यह समस्या कहीं ना कहीं आपको ज़रूर परेशान करती होगी, छोटे बच्चे भी आजकल इस समस्या से ग्रसित है लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे बता रहे है जिससे आप अपनी आँखों की रोशनी को कुछ हद तक बचा सकते है।
कहते है हमारे किचन में सेहत का खजाना है तो किचन की कुछ चीजे आपकी आँखों की रोशनी को कमज़ोर होने से बचा सकती है। आप सभी के किचन में काली मिर्च तो मौजूद तो होगी ही बस आप काली मिर्च को पीसकर शहद के साथ दो से चार बार सेवन करें इससे आपको कमज़ोर आँखों की रोशनी में फायदा होगा या रात में सोते समय एक चुटकी काली मिर्च को दूध में मिलाकर पियें और काली मिर्च के पाउडर को देशी घी में मिलाकर सेवन करें आपको आराम मिलेगा।
काली मिर्च में एंटी इंफ्लेमेटरी तत्व पाए जाते है जो कि आँखों के लिए लाभदायक होते है इसके साथ ही काली मिर्च जीवाणुरोधक और इम्युनिटी बढ़ाने में सहायक होती है जिससे आँखों की रोशनी मजबूत बनी रहती है। काली मिर्च में विटामिन A और विटामिन E पाए जाते है जो आँखों के लिए लाभदायक है।
नाईट विज़न में भी लाभकारी काली मिर्च
पोटैशियम की प्रचुर मात्रा मौजूद होती है काली मिर्च में, इसके साथ ही इसमें पिपेरिन मौजूद होता है जो नाइट विजन बढ़ाने में मदद करता है ये सारे तत्व आँखों को यूवी रेज़ से बचाते है।
आँखे कमज़ोर होने से सिर में भी दर्द भी सकता है उससे बचने के लिए आप काली मिर्च और तुलसी के पत्तों का काढ़ा बना कर पी सकते है।
मोतियाबिंद से बचाव
मोतियाबिंद जैसी बीमारी से बचने के लिए काली मिर्च का सेवन फायदेमंद माना जाता है। काली मिर्च में एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं। काली मिर्च की मदद से फ्री रेडिकल्स को कम करने में मदद मिलती है। आंखों के लेंस का बचाव के लिए भी काली मिर्च का सेवन करना चाहिए। ध्यान रहे कि आप ज्यादा मात्रा में काली मिर्च का सेवन ना करें नहीं तो आपको पेट में जलन की समस्या हो सकती है।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।