वायरल फीवर से छुटकारा देंगे ये 5 तरह के पत्ते, सर्दी के मौसम में भी रहेंगे एकदम फिट
- अनन्या मिश्रा
- Feb 16, 2023
पिछले कुछ दिनों में मौसम में तेजी से बदलाव हुआ है। कड़ाके की ठंड के बाद अचानक से तापमान बढ़ने के कारण वायरल बुखार के मामले भी बढ़े हैं। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक भी वायरल बुखार की चपेट में आ रहे हैं। इस दौरान खांसी, शरीर में दर्द, सर्दी-जुकाम, कमजोरी, सिर दर्द की समस्याओं से जूझना पड़ता है। वायरल बुखार के कारण इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। वायरल बुखार से निजात पाने के लिए आप हेल्दी डाइट, डॉक्टर की सलाह के साथ ही आप कुछ पत्तों का सहारा ले सकते हैं। ये हरे पत्ते आपके आसपास आसानी से मिल जाते हैं। इन पत्तों के सेवन से आप बुखार के लक्षणों से निजात पा सकते हैं।
तुलसी
तुलसी की पत्तियां एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटीबायोटिक्स के रूप में जानी जाती हैं। यह वायरल फीवर से लेकर दिल की बीमारियों को भी दूर करने में कारगर होती है। तुलसी के पत्ते पोटेशियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस से भरपूर होते हैं। वहीं हेल्थ के लिए भी तुलसी बरदान होती है। बता दें कि वायरल फीवर को रोकने के लिए तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप सबसे पहले तुलसी के पत्तों को पानी में उबाल कर छान लें। वहीं उबला हुआ पानी गुनगुना होने पर इसे पी लें। इससे आपको काफी आराम मिलेगा।
धनिया
धनिया के पत्ते और बीजों में फाइटोन्यूट्रिएंट्स पाया जाता है। यह आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करने का काम करता है। बता दें कि हरा धनिया एंटीऑक्सीडेंटस, बीटा कैरोटीन, कोलीन से भरपूर होता है। यह वायरल इंफेक्शन को सही करने में मदद करता है। वायरल फीवर और उसके लक्षणों को कम करने के लिए आप इसका सेवन कर सकते हैं। धनिया के पत्तों को उबालकर, छानकर इसका सेवन कर सकते हैं। साथ ही आप धनिया के पत्तों को चबा भी सकते हैं। इम्यूनिटी सिस्टम को बढ़ाने के लिए आप इस पानी को दिन में कई बार पिएं।
पुदीना
पुदीना एक ऐसा पौधा है, जिसका उपयोग हर भारतीय परिवार की रसोईघर में किया जाता है। इसके अलावा यह एक शक्तिशाली जड़ी-बूटी भी है। पुदीना को अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इसकी तासीर गर्म होने के कारण यह शरीर से पसीने को निकालकर बुखार को दूर करता है। वायरल फीवर को कम करने के लिए आप पुदीना के पत्तों के साथ हल्दी पाउडर को उबाल लें। दिन में दो बार इसका सेवन किए जाने पर आपको जल्द ही बुखार से आराम मिलेगा। साथ ही पुदीने को उबालकर शहद के साथ इसका सेवन किए जाने पर पेट संबंधित समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
सहजन
वायरल बुखार में गले में खराश, शरीर में दर्द का होना आम बात है। लेकिन सहजन के पत्ते का सेवन कर आप वायरल को चुटकियों में दूर कर सकते हैं। सहजन के पत्ते विटामिन, मिनरल्स, एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं। बता दें कि सहजन के पत्ते और इसकी छाल वायरल को तोड़ सकती है। इसके पत्ते और छाल के नियमित सेवन से आप अपने सिस्टम से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल सकते हैं। इस देसी तरीके को अपनाकर आप भी राहत पा सकते हैं। वहीं सहजन की पत्तियों का काढ़ा पीने से ब्लड प्रेशर और इम्यून सिस्टम की परेशानियों से फायदा मिलता है।
सेज
सेज एक सुगंधित जड़ी बूटी है। इसका इस्तेमाल मसालों को साथ किया् जाता है। साथ ही सेज के पत्तों का इस्तेमाल वायरल फीवर के इलाज के लिए भी किया जाता रहा है। बता दे कि सेज एक औषधीय गुणों वाला सुगन्धित पौधा है। सेज के पत्तों में कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके अलावा इसमें सैफिसिनोलाइड यौगिक पाए जाते हैं। जिसकी वजह से इसका सेवन करने पर एंटीवायरल प्रभाव पड़ता है। सेज के पत्तों को पानी में उबालकर इसका काढ़ा पीने से वायरल के लक्षणों काफी हद तक कम हो जाते हैं।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।