High Cholesterol: नसों में जमे बैड कोलेस्ट्रोल को बाहर निकाल देंगी ये 3 चाय, जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट
- अनन्या मिश्रा
- Sep 10, 2024
आजकल हार्ट अटैक के मामलों में काफी बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। हार्ट अटैक के पीछे हाई बीपी, अनहेल्दी लाइफस्टाइल, स्ट्रेस और बैड कोलेस्ट्रॉल जैसे मुख्य कारण हो सकते हैं। बता दें कि कोलेस्ट्रॉल दो तरह का होता है, जिनमें से एक गुड कोलेस्ट्रॉल और दूसरा बैड कोलेस्ट्रॉल। गुड कोलेस्ट्रॉल को हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन कहा जाता है। तो वहीं बैड हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन को लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन कहा जाता है।
आपको बता दें कि बैड कोलेस्ट्रॉल हमारे दिल के स्वास्थ्य को खतरे में डाल सकता है। ऐसे में बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करना बेहद जरूरी होता है। नसों में जमे बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए व्यक्ति को अपनी डाइट में अखरोट, मूंगफली, बादाम, करी पत्ते, सेब, संतरा, जामुन आदि चीजों को शामिल करना चाहिए। इसके साथ ही रोजाना एक्सरसाइज भी करनी चाहिए।
बढ़ा हुआ बैड कोलेस्ट्रॉल दिल तक ब्लड और ऑक्सीजन पहुंचाने वाली रक्त कोशिकाओं को ब्लॉक कर देता है। जिसके वजह से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में आज हम आपको ऐसी 3 चाय के बारे में बताने जा रहे हैं, जो नसों में जमे गंदे कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायता करती हैं।
अर्जुन छाल की चाय
दिल की सेहत के लिए अर्जुन छाल की चाय बेहद फायदेमंद होती है। यह बेस्ट आयुर्वेदिक कार्डियो टॉनिक होता है। अर्जुन छाल की चाय को पचाना बेहद आसान होता है और यह पित्त दोष व कफ को बैलेंस करता है। साथ ही इससे खून भी साफ होता है। यह चाय बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायता करती है, जिससे हमारा हार्ट हेल्दी रहता है। अर्जुन छाल की चाय को पीने से बीपी, ब्लड शुगर और एसिडिटी कंट्रोल रहता है। इस चाय को बनाने के लिए 100 मिली. पानी में 100 मिली दूध मिलाएं। फिर इसमें 5 ग्राम अर्जुन छाल का पाउडर मिलाएं। अर्जुन छाल की चाय को सोते समय या फिर सुबह-शाम खाने से एक घंटे पहले पिएं
दालचीनी की चाय
इसके अलावा दालचीनी की चाय भी ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में सहायता करती है। इस चाय के सेवन से ट्राईग्लिसराइड्स और बैड कोलेस्ट्रॉल कम होता है। आप चाहें तो खाने में दालचीनी का इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर इसकी चाय बनाकर पी सकते हैं। इस चाय को पीने से वेट भी कम होता है। सोने से पहले इस चाय को पीने से डाइजेशन सिस्टम भी सही रहता है और इंसुलिन रेजिस्टेंस भी कम होता है।
ग्रीन टी
बता दें कि ग्रीन टी एंटी-ऑक्सीडेंट्स के भरपूर होती है। ग्रीन टी में कैटेचिन और पॉलीफेनोल्स जैसे एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। यह बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने और गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाती है। इस चाय के सेवन से ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है और इंफ्लेमेशन कम होता है। ग्रीन टी का सेवन सुबह 12 बजे से पहले करना चाहिए। इस चाय को पीने से शरीर डिटॉक्स होता है और दिल की बीमारियों का खतरा भी कम होता है।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।