CLOSE

मसूढ़ों से खून आने और दर्द से हैं परेशान तो अपनाइये ये आसान घरेलू उपाय और पाइये आराम

By Healthy Nuskhe | Mar 08, 2022

मसूड़ों से खून आना भले ही साधारण सी बात मालूम होती है, लेकिन जब यह समस्या बार-बार होने लगे तो इसे नज़रअंदाज़ करना ठीक नहीं होता। हेल्दी गम्स अच्छी ओरल हेल्थ के लिए ज़रूरी हैं। मसूड़ों से खून आना मुंह की साफ-सफाई की कमी का एक संकेत हो सकता है। इसके अलावा कई बार यह किसी हेल्थ प्रॉब्लम की वजह से भी हो सकती है। आमतौर पर ब्रश करते समय अधिक प्रेशर लगाने या चोट लगने, किसी कठोर खाद्य पदार्थ के सेवन से मसूड़ों से खून बहने लगता है। कई बार इस परेशानी को लोग सामान्य समझकर ध्यान नहीं देते हैं। ऐसे में इस समस्या को नज़रअंदाज करने के बाद कई बार भारी भी पड़ जाता है। इसलिए अगर आप इस समस्या का सामना कर रही है, तो समय रहते ही इस पर ध्यान आपको देना चाहिए। सफेद चमकदार दांत न सिर्फ आपके दांतों के सेहतमंद होने को बताते हैं, बल्कि ये आपकी सुंदरता को निखारने का काम भी करते हैं। मसूड़ों से खून आना, लोग इसे एक बड़ी ही कॉमन सी समस्या समझते हैं लेकिन ऐसा नहीं हैं मसूड़ों से खून आने की वजह दांतों को और मुंह को कई नुकसान भी हो सकते हैं। मसूड़ों से खून आना आपके दांतों की सेहत से जुड़ा होता है। मसूड़ों से खून आने पर किसी के सामने कुछ भी खाने में शर्मिदा करा सकता है। अगर आपको भी ऐसी समस्या है तो ऐसी स्थिति से बचने के लिए या तो आप डेंटिस्ट के पास जा सकते हैं जो आपको दवाएं या कुछ दे सकता है। या फिर घर पर ही कुछ नुस्खे अपनाकर इस समस्या से बच सकते हैं।
मसूड़ों से खून आने के कारण
1. कैंसर
2. विटामिन सी की कमी
3. हार्मोन्स का असंतुलन
4. लीवर से जुड़ी कोई गम्भीर बीमारी
5. विटामिन के की कमी
6. ओरल हाइजिन की कमी
ब्लीडिंग गम्स के लक्षण
1. मुंह में दर्द होना
2. मसूड़ों में सूजन और दर्द
3. मुंह से दुर्गंध आना
4. दांत हिलना
अक्सर मसूड़ों से खून आना खतरनाक तो नहीं होता है, लेकिन इसका उपचार जरूरी है। कुछ घरेलू उपचार से मसूड़ों से खून आने की समस्या में राहत मिल सकती है -
1. नारियल का तेल
नारियल के तेल में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जो कि मसूड़ों में सूजन और खून बहने की समस्या से छुटकारा दिला सकता है। इस तेल में मौजूद एंटी-माइक्रोबियल गुण दांतों को साफ रखते हैं। इसे इस्तेमाल करने के लिए नारियल के तेल को 10 से 15 मिनट तक मुंह में घुमाते रहें। ऐसा रोजाना दिन में एक बार करें।
2. हल्‍दी
आधा चम्‍मच सरसों के तेल में आधा चम्‍मच हल्‍दी मिलाएं। इसमें एक चुटकी नमक मिलाकर मसूड़ों की उंगलियों से हल्‍की मालिश करें। हल्दी में करक्‍यूमिन नामक तत्‍व होता है जो कि सूजन और बैक्‍टीरिया को खत्‍म करता है। हल्दी में मौजूद गुण शरीर के हर हिस्से की ही तरह मसूढ़ों को भी फायदा पहुंचाते हैं। हल्दी के पेस्ट को मसूढ़ों पर मलें और 10 मिनट रखने के बाद पानी से कुल्ला कर लें। ऐसा दिन में 2-3 बार करें, मसूढ़ों को आराम मिलेगा।
3. लौंग का तेल
इस शक्तिशाली नैचुरल ऑयल में एंटीबैक्टीरियल, एंटीइंफ्लेमेटरी और दर्द निवारक तत्व होते हैं। इसीलिए, लौंग का इस्तेमाल करने से दांतों के दर्द से ना केवल राहत मिलती है। बल्कि, दांतों की सड़न और बैक्टेरिया को भी कम करने में मदद होती है। लौंग के दाने चबाने से और लौंग के तेल (clove oil benefits) में भीगी रूई अपनी कैविटी या दर्द वाले दांत पर रखें। इससे, आराम मिलेगा।
4. नमक का पानी
सूड़ों में आई सूजन, खून या फिर किसी भी तरह के बैक्टीरिया से राहत पाने के लिए गुनगुने पानी में थोड़ा सा नमक मिलाए और कुल्ला करें। ऐसा दिन में दो बार करें, फायदा होगा। 
5. फिटकरी 
मसूड़ो में खून आ रहा हो या फिर दातों में दर्द हो रहा हो फिटकरी को पानी में डालें और उस पानी से कुल्ला करें। इससे खून रुकता है और आराम मिलता है। ये सिर्फ मुंह के मसूड़ों से खून ही नहीं बल्कि दांतों की समस्या से भी निजात मिलेगी। इसके अलावा मुंह की दुर्गंध से ही राहत मिलेगी।
6. एलोवेरा
एलोवेरा के गूदे को दांतों और मसूड़ों पर लगाएं। इससे मुंह की सभी समस्याओं से राहत मिलेगा। एलोवेरा से सिर्फ मुंह के मसूड़ों से खून ही नहीं बल्कि दांतों की समस्या से भी निजात मिलेगी। इसके अलावा मुंह की दुर्गंध से ही राहत मिलेगी। 
7. त्रिफला
त्रिफला को मसाले के रूप में इस्तेमाल करते हैं। त्रिफला की चाय पीने से मसूड़ों से खून निकलने की समस्या कम हो सकती है। त्रिफला में एस्ट्रिजेंट प्रोपर्टी होती हैं जो मसूड़ों से खून की समस्या को दूर करने में मदद कर सकता है।
8. रसबैरी
रसबैरी एक स्वादिष्ट फल है जो आपके मसूड़ों से खून आने की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है। दिन में दो से तीन बार रसबैरी खाएं। ध्यान रखें कि आप इन्हें खाली पेट खाएं। इस बात का ध्यान रखें कि आप इन्हें डेयरी प्रोडक्टस के साथ न लें। तभी ये आपके दांतों से खून आने की समस्या को कम कर सकता है।
Copyright ©
Dwarikesh Informatics Limited. All Rights Reserved.