खाने की ये चीजें रखेंगी आपकी किडनी को स्वस्थ
- Healthy Nuskhe
- Mar 03, 2020
शरीर को स्वस्थ रखना है तो शरीर के सभी अंगो का ढंग से काम करना जरुरी है अगर शरीर का एक भी अंग ढंग से काम न करे तो सेहत ख़राब होने लगती है। दिल के बाद सबसे ज्यादा हमारा शरीर किडनी पर निर्भर है। किडनी हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग है, किडनी हमारे शरीर में बनने वाले वेस्ट और एक्स्ट्रा पानी को फिल्टर करके यूरिन के जरिए बाहर निकालती है। अगर किडनी सही ढंग से काम ना करे तो हमारे शरीर में वेस्ट और एक्स्ट्रा पानी जमा होने लगेगा जिसका सीधा असर हमारे दिल और लिवर पर पड़ेगा। एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर खाने का सेवन करने से आप किडनी की बीमारियों से बच सकते हैं। आइए जानते हैं कौन से हैंवो सुपरफूड्स जो किडनी को स्वस्थ रखने में आपकी मदद करेंगे-
पत्तागोभी
विटामिन बी 12, बी -6, फोलिक एसिड और फाइबर से भरपूर पत्तागोभी आपकी किडनी को स्वस्थ रखेगा। इसमें मौजूद फायटोकेमिकल्स, फ्री रेडिकल्स के कारण होने वाले नुकसान को रोकता है जिसकी वजह से किडनी स्वस्थ रहती है।
फूलगोभी
फूलगोभी में फाइबर के साथ काफी मात्रा में विटामिन सी मौजूद होता है जो शरीर को डिटॉक्स करने में सहायक होता है।
लहसुन
लहसुन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट किडनी की बीमारी की संभावनाओं को कम कर देते हैं। लहसुन की रोज दो से तीन कलियाँ खाने से हाई कोलेस्ट्रॉल कम होता है।
लाल शिमला मिर्च
लाल शिमला मिर्च में पोटेशियम की मात्रा कम पाई जाती है, इसमें लाइकोपीन नामक एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है जो किडनी को हेल्थी रखने में मदद करता है।
प्याज
प्याज में मौजूद फ्लेवनाइड्स खून की नलियों में फैट को जमा नहीं होने देते और प्याज कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद करती है। लो पोटेसियम मौजूद होने के कारण प्याज किडनी के लिए फायदेमंद है।
अंडे
अंडे में मौजूद हाई क्वालिटी प्रोटीन किडनी के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है। अंडे का सफेद भाग किडनी को ठीक रखने के लिए काफी मदद करता है।
मछली
मछली में प्रोटीन बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है, इसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, किडनी की कई बीमारियों से बचाव करते हैं।
सेब
सेब में मौजूद हाई फाइबर और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण किडनी को साफ करने में काफी मदद करता है। सेब के रोजाना सेवन से कोलेस्ट्रॉल कम होता है।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।