माइग्रेन के दर्द से हैं परेशान तो अपनाएं ये घरेलू नुस्खे, मिनटों में छूमंतर हो जाएगा दर्द
- Healthy Nuskhe
- Apr 08, 2021

माइग्रेन एक न्यूरोलॉजिकल स्थिति है, जिसमें मुख्य तौर पर सिर के आधे भाग में तीव्र दर्द जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। शारीरिक गतिविधि, रोशनी, आवाज़ या बदबू से माइग्रेन होने की संभावना बढ़ जाती है। यह कुछ घंटे या कुछ दिनों तक रह सकता है। माइग्रेन में लक्षणों में अक्सर मतली, उल्टी, बोलने में कठिनाई, स्तब्ध हो जाना या झुनझुनी, और प्रकाश और ध्वनि के प्रति संवेदनशीलता शामिल हो सकती है। अक्सर लोग माइग्रेन के इलाज के लिए दवाइयों का सहारा लेते हैं। लेकिन इन दवाइयों के लगातार सेवन से साइड-इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। आप चाहें तो कुछ घरेलू उपायों से भी माइग्रेन का इलाज कर सकते हैं -
सिर की मालिश
माइग्रेन के दर्द से राहत पाने के लिए तेल की मालिश एक प्रभावी घरेलू नुस्खा है। जब भी आपको माइग्रेन का दर्द हो तो हल्के हाथों से सिर, गर्दन और कंधों की तेल से मालिश करें। इसके लिए आप बादाम, जैतून या हल्की खुश्बू वाले अरोमा तेल का प्रयोग भी किया जा सकता है।
देसी घी
माइग्रेन के दर्द से छुटकारा पाने के लिए देसी घी का इस्तेमाल भी बहुत फायदेमंद माना जाता है। यदि आप माइग्रेन के दर्द से परेशान हैं तो देसी घी की 1-1 बूंदे नाक में डालें। इससे आपको माइग्रेन के दर्द से तुरंत राहत मिलेगी।
लौंग
माइग्रेन के इलाज के लिए लौंग का इस्तेमाल भी एक कारगर घरेलू नुस्खा है। अगर आपको सिर में ज्यादा दर्द हो रहा है तो दूध में लौंग पाउडर और नमक मिलाकर पिएं। ऐसा करने से सिरदर्द में तुरंत आराम होगा।
अदरक
माइग्रेन का दर्द दूर करने लिए अदरक का इस्तेमाल भी बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। अगर सिर में तेज दर्द हो रहा हो तो एक चम्मच अदरक का रस लें और इसमें शहद को मिलाकर पिएँ। आप चाहें तो अदरक की चाय बनाकर पी सकते हैं या अदरक का टुकड़ा भी मुंह में रख सकते हैं।
दालचीनी
दालचीनी का इस्तेमाल आमतौर पर किचन में मसाले के तौर पर किया जाता है। यह न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाने का काम करता है, बल्कि माइग्रेन के लिए भी एक प्रभावी घरेलू नुस्खा है। अगर सिर में तेज दर्द हो रहा हो तो दालचीनी को पानी के साथ पीसकर पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को आधे घंटे तक माथे पर लगाकर रखें। ऐसा करने से सिरदर्द में जल्द आराम मिलेगा।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।