Eye Purification: आंखों की रोशनी बढ़ाने और थकान को मिटाने में कारगर है नेत्र शुद्धि तकनीक
- अनन्या मिश्रा
- Jun 01, 2024
शरीर की केयर करने के साथ ही आंखों की केयर करना भी जरूरी होता है। लेकिन कई बार लोग ऐसा करना भूल जाते हैं। लेकिन आंखों का स्वस्थ होना बेहद जरूरी होता है। यदि आंखों के प्रति थोड़ी भी लापरवाही बरती जाती है, तो इसका सीधा असर रोशनी पर पड़ता है। आंखों की रोशनी को बेहतर बनाए रखने के लिए आप नेत्र शुद्ध आसन कर सकते हैं।
यह आंखों के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको नेत्र शुद्धि के प्रोसेस के बारे में बताने जा रहे हैं और साथ ही यह भी जानेंगे कि यह आंखों के लिए कैसे फायदेमंद होती है।
क्या है नेत्र शुद्धि
दरअसल, यह एक तरह की आयुर्वेदिक तकनीक है। इस तकनीक के जरिए आंखों को रिलैक्श कर शांत किया जाता है। इस प्रोसेस में कप के माध्यम से मेडिटेशन किया जाता है। इस थेरेपी को करने से आंखों की थकान कम होती है। बता दें कि नेत्र शुद्धि का प्रोसेस पूरी तरह से केमिकल फ्री होता है और इसको कोई भी कर सकता है।
फायदे
नेत्र शुद्धि करना आंखों के लिए कई तरह से फायदेमंद होता है।
इससे आंखों की थकान दूर होने के साथ आप फ्रेश फील करते हैं।
इस प्रोसेस से आई बॉल में होने वाली आई स्ट्रेन की समस्या कम होती है।
आंखों में होने वाले दर्द से राहत मिलने के साथ पिंक आई की दिक्कत से भी राहत मिलती है।
जिनकी आंखों की रोशनी कमजोर है, वह भी नेत्र शुद्धि कर सकते हैं। इससे आंखों की रोशनी तेज हो सकती है।
इस प्रोसेस का अभ्यास करने से आंखों की ऑप्टिक नर्व तक सुचारू रूप से नर्व का संचार होता है।
आंखों की खुजली और सूजन की समस्या कम होती है।
नेत्र शुद्धि का सही तरीका
इसके लिए सबसे पहले छोटे आकार के प्लास्टिक के दो कप ले लीजिए।
फिर इसमें नॉर्मल पानी भरें।
अब इसमें आंखें खोलकर डालें या फिर फिट करें।
इस प्रोसेस में आपकी आंखें पानी में होनी चाहिए।
अब अपनी पानी के अंदर आंखों में मौजूद बॉल को गोल-गोल घुमाएं।
दिन में इस प्रोसेस को दो से तीन बार किया जा सकता है।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।