By Healthy Nuskhe | Jan 27, 2020
दालचीनी को अंग्रेजी में सिन्नमन (cinnamon) कहा जाता है। यह श्रीलंका एवं दक्षिण भारत में प्रचुर मात्रा में मिलती है। दालचीनी के छाल का मसाले में प्रयोग किया जाता है। एक अलग ही खुशबू होने के कारण इसे गरम मसालों की श्रेणी में रखा गया है। गरम मसालों में दालचीनी का उपयोग भारत में हजारों वर्षों से होता आ रहा है।
दालचीनी को वंडर स्पाइस भी कहते हैं। एक ओर जहां ये खाने का स्वाद बढ़ाने के काम आता है वहीं सेहत के लिहाज से भी इसके बहुत से फायदे हैं। सेहत और खूबसूरती दोनों ही चीजों के लिए दालचीनी का इस्तेमाल किया जाता है। दालचीनी में मौजूद कंपाउंड कई औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। जो सेहत और खूबसूरती दोनों के लिए फायदेमंद होते हैं।
1. पाचन विकार के लिए
पाचन में सुधार लाने के लिए इन 4 अलग-अलग तरीकों से दालचीनी का उपयोग कर सकते है।
2. जुकाम के लिये
चुटकी भर दालचीनी पावडर पानी में उबालकर, उसीमे चुटकी भर काली मिर्च पावडर और शहद डालकर लेने से सर्दी-जुकाम, गले की सुजन एवं मलेरिया कम हो जाता है।
3. स्त्री रोग
4. खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए
5. ह्रदय रोग के लिए
इसका चूर्ण भोजन में लिया जाये तो आपकी धमनियों में कोलेस्टरोल जमा नहीं होता है और ह्रदय रोग से बचाव हो सकता है। हृदय की धडकन में शक्ति का समावेश होता है। बढे हुए कोलेस्टरोल को इससे कम किया जा सकता है।
6. डायबिटीज
वैज्ञानिको के खोज के द्वारा पता चला है कि दालचीनी का रोजाना सेवन करने से डायबिटीज से बचाव होता है।
7. मोटापे के लिए
दालचीनी की पावडर के सेवन से शरीर की अनावश्यक चर्बी समाप्त होती है और अधिक केलोरीवाला भोजन लेनेपर भी शरीर में चर्बी नहीं बढती है।
8. एचआइवी
9. कैंसर
आमाषय और अस्थि केंसर की बढी हुई स्थिति को दालचीनी के उपयोग से पूरी तरह काबू में किया जा सकता है।
10. स्वास्थ्य पर शक्तिशाली प्रभाव
दालचीनी में सिनामाल्डीहाइड नामक यौगिक (compound) की होने के कारण इसका अलग गंध और स्वाद रहता है। दालचीनी में पाये जानेवाले इस घटक की सेवन की वजह से शारिरीक स्वास्थ्य पर पॉवरफुल प्रभाव देखा जा सकता है।