Diabetes Control Tips: इन घरेलू नुस्खों से ब्लड शुगर लेवल को करें कंट्रोल, ये ग्रीन जूस देंगे गजब का फायदा
- अनन्या मिश्रा
- Jun 08, 2023
खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी डाइट के कारण देश में लगातार डायबिटीज के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। डायबिटीज से पीड़ित मरीज को अपने खान-पान का अधिक ध्यान रखना पड़ता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इलाज के अलावा कुछ घरेलू नुस्खों की मदद से आप अपने ब्लड शुगर लेवल को मेंनटेन कर कर सकते हैं। बता दें कि आस इस आर्टिकल के जरिए हम आपको कुछ ऐसे ग्रीन जूस के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके सेवन से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। आप रोजाना इन जूस का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा यह जूस आपको पूरा दिन हाइड्रेट रखने के साथ ही पोषण देने का भी काम करेंगे।
एलोवेरा का जूस
शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए आप एलोवेरा जूस का सेवन कर सकते हैं। इस जूस में विटामिन ई मौजूद होता है, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने का काम करता है। वहीं इस जूस के सेवन से ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल में रहता है। एलोवेरा जूस आपके पाचन तंत्र को भी हेल्दी रखने में मदद करता है।
पालक का जूस
पालक में ल्यूटिन पाया जाता है। यह शरीर के बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा पालक के जूस से न सिर्फ ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है, बल्कि थकान और कमजोरी भी दूर होती है। इस जूस के सेवन से शरीर में खून की कमी नहीं होती है और कई गंभीर बीमारियों का खतरा भी कम होता है।
लौकी का जूस
पोषक तत्वों का पावरहाउस कहा जाने वाला पालक का जूस डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत ही अच्छा होता है। लौकी का जूस हृदय को भी स्वस्थ रखता है। इसमें फाइबर की मात्रा पाई जाती है, जो बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक होता है। इस जूस में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है।
करेले का जूस
करेले का जूस काफी कड़वा होता है। लेकिन यह आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इससे आपका ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल में रहता है। करेले के जूस में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स पाया जाता है, जो आंखों के लिए बेहद अच्छा माना जाता है। करेले के जूस के सेवन से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और स्किन हेल्दी और ग्लोइंग रहती है।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।