आजकल के समय में अधिकतर लोग तला-भुना और मसालेदार खाना खाना पसंद करते हैं। लेकिन इसका ज्यादा सेवन करने से लोगों के सीने में जलन, पेट में एसिड बढ़ने, ब्लोटिंग होने, एसिडिटी होने, मुंह में खट्टा स्वाद आने और कई बार खट्टी डकार आने की समस्या हो सकती है। ऐसे में इस समस्या से राहत पाने के लिए गुलकंद का सेवन किया जा सकता है। आयुर्वेदिन औषधियों में से एक गुलकंद को गुलाब की पंखुड़ियों से बनाया जाता है।
बता दें कि गुलकंद की तासीर ठंडी होती है और इसमें बहुत सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं। गुलकंद का सेवन करने से सेहत को कई लाभ मिलते हैं और एसिडिटी से भी राहत देने में सहायता मिलती है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको एसिडिटी में गुलकंद खाने के फायदों के बारे में बताने जा रहा हैं।
एसिडिटी में गुलकंद खाने के फायदे
एक्सपर्ट की मानें, तो गुलकंद खाने से पित्त दोष को कम करने और एसिडिटी की समस्या को कम करने में सहायता मिलती है। इससे पेट की गर्मी को भी कम करने में सहायता मिलती है। इससे एसिडिटी की समस्या कम होती है। गुलकंद का सेवन करने से पेट को ठंडक मिलती है, पेट की जलन कम होती है और कब्ज की समस्या से राहत देने जैसी पाचन से जुड़ी समस्याओं में राहत देने का काम करता है और स्किन को हेल्दी रखने, पाचन को दुरुस्त करने और खून का साफ करने में सहायता मिलती है।
गैस्ट्राइटिस से मिलेगी राहत
गैस्ट्राइटिस की समस्या में राहत पाने के लिए गुलकंद का सेवन कर सकते हैं। यह पेट की परत की जलन को कम करने के साथ अल्सर की समस्या से राहत देने और सूजन को कम करने में भी सहायक होता है। इससे एसिडिटी और बेचैनी से राहत देने में सहायता मिलती है।
पेट को मिलेगी ठंडक
बता दें कि गुलकंद की तासीर ठंडी होती है और इसका सेवन करने से पेट को ठंडक मिलती है। इससे पित्त दोष शांत होने के साथ एसिड रिफ्लक्स को कम करने और एसिड के लेवल को शांत करने में भी सहायता मिलती है।
पाचन के लिए भी है फायदेमंद
कब्ज या अपच जैसी पाचन से जुड़ी समस्या ज्यादा होने पर लोगों को एसिडिटी की समस्या हो सकती है। ऐसे में गुलकंद का सेवन करने से पाचन के लिए जरूरी एंजाइम्स को बढ़ावा देने, मल त्याग को बढ़ावा देने और आंतों की सेहत में सुधार करने में सहायता मिलती है।
ऐसे करें गुलकंद का सेवन
एसिडिटी की समस्या होने पर इससे राहत पाने के लिए 1 से 2 छोटी चम्मच गुलकंद का सेवन खाना खाने के बाद करना चाहिए। इसके अलावा इसको रात के समय हल्के गर्म दूध के साथ भी इसका सेवन कर सकते हैं।