क्या आपको भी सोने में आती हैं दिक्कतें तो जानें कारण
- Healthy Nuskhe
- Jan 11, 2020

नींद देर से आना आजकल लोगों की जीवनशैली का नियम बन चुका है पर नींद नहीं आना अनिद्रा की बीमारी का एक कारण बन सकता है। अनिद्रा एक आम समस्या है जिससे हर कोई अपनी ज़िंदगी में कभी न कभी सामना कर चुका होगा। कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनको इन दिक्कतों का सामना काफी समय से करना पड़ रहा है। अनिद्रा को इंसोम्निया भी कहा जाता है। आज के समय में बहुत से लोग अनिद्रा की तकलीफ से जूझते हुए नज़र आ रहे हैं।
अनिद्रा के लक्षण-
- नींद आने में दिक्कतें आना
- रात भर सोने में परेशानी आना
- सुबह जल्दी नींद खुल जाना और उसके बाद वापस सोने में दिक्कत आना
- थकावट होना
- पूरे दिन सुस्त महसूस करना
- ध्यान देने में दिक्कतें आना
- ऑफिस या स्कूल में काम करने की क्षमता में दिक्कत महसूस होना
अनिद्रा के कारण- अनिद्रा के बहुत से कारण होते हैं जैसे कि-
तनाव लेना- तनाव लेना हर बीमारी का कारण होता है, परिवार की आर्थिक स्थिति, बच्चों की पढ़ाई, घर की चिंताओं को लेकर अक्सर लोग तनाव से जूझते हुए नज़र आते हैं। तनाव होने के कारण लोगों को अनिद्रा की दिक्कत शुरू होने लग जाती है।
यात्रा करना- अनिद्रा की तकलीफ उन लोगों में ज्यादा पाई जाती है जो अपने काम के सिलसिले में रातभर यात्रा करते वक्त जागते हैं। यात्रा करते-करते उन लोगों के नियम बिगड़ने लगते हैं और नींद आना बंद हो जाती है।
खराब जीवनशैली- खराब जीवनशैली अक्सर बिमारियों का घर होता है। रात को देर से सोना सुबह तक सोते रहना। अधिकतर लोग दिनभर में कई बार सो लेते हैं और रात को सोने के समय पर काम करने की आदत डाल लेते हैं।
बिमारियों की वजह से अनिद्रा होना- कैंसर, डायबिटीज, शरीर में दर्द होना, हृदय रोग और थाइरॉयड होने की वजह से अक्सर लोग अनिद्रा की दिक्कतों का सामना करते हैं। अक्सर लोग बिना डॉक्टर के अपनी बिमारियों की दवाइयाँ खाने लगते हैं जिसके दुष्प्रभाव अनिद्रा के कारण बनते हैं।
बढ़ती उम्र- बढ़ती उम्र में सबसे ज्यादा अनिद्रा की दिक्कत देखी जाती है, बुजुर्ग लोगों को नींद देर से आना और जल्दी आँख खुल आम बात होती है। इन लोगों में दिन ढलने के साथ थकावट शुरू हो जाने लगती है जिसकी वजह से आर्थराइटिस और घबराहट होने लग जाती है।
महिलाओं को ज्यादा देखी जाती है अनिद्रा-
1. मासिक धर्म- मासिक धर्म के समय महिलाओं में काफी शारारिक और मानसिक बदलाव देखे जाते है जिसकी वजह से अनिद्रा एक परेशानी होने लगते है। मासिक धर्म के समय PMS यानि Pre Menstrual Stress अपने आप शरीर में बनने लगता है।
2. गर्भावस्था- गर्भावस्था के दौरान अक्सर महिलाओं की नींद कच्ची होने लग जाती है। गर्भावस्था में पैरों में दर्द के कारण उन्हें नींद आने में भी परेशानी होती है।
3 मेनोपॉज- मासिक आने और बंद होने दोनों की स्थिति में महिलाओं को अनिद्रा से जुगरना पड़ता है, सोते-सोते तेज़ी से पसीना निकलना अक्सर महिलाओं की नींद में दिक्कत देता है।
ऐसे करें इलाज-
1.थेरेपी- मेडिकल से अनिद्रा को ठीक करने के लिए एक थेरेपी कराई जाती है जिसका नाम CBT होता है, इस थेरेपी से तनाव से छुटकारा मिलता है जिसकी वजह से अच्छी नींद आने लगती है।
2.दवाइयाँ- नींद नहीं आने पर अक्सर लोग दवाइयों का सेवन करने लगते हैं लेकिन नींद नहीं आने की दवाइयाँ हमेशा डॉक्टर की देख रेख में खानी चाहिए।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।