एनीमिया के मरीजों के लिए रामबाण है 'ग्रीन ब्लड', कैंसर से भी करे बचाव
- प्रिया मिश्रा
- Sep 29, 2021
यह बात सभी जानते हैं कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए पौष्टिक आहार और अच्छी जीवनशैली बहुत जरुरी है। हम गेंहू के आटे की रोटियाँ तो खाते हैं लेकिन गेंहू के ज्वारे के फायदों के बारे में ज्यादातर लोगों को जानकारी नहीं होती है। डॉक्टर्स के अनुसार गेहूं के ज्वारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। अमरिकी डॉक्टर ए विग्मोर ने शोध के बाद पाया कि गेंहू के ज्वारों में शुद्ध रक्त बनाने की शक्ति होती है इसलिए इन ज्वारों के रस को `ग्रीन ब्लड′ कहा गया है। इसके साथ ही गेंहू के ज्वारों का सेवन करने से खून की कमी, शरीरिक कमजोरी,दमा, खाँसी, डायबिटीज, पीलिया और बवासीर जैसी बिमारियों में बहुत फायदेमंद हो सकता है।
कैसे तैयार करें गेंहू के ज्वारे
एक मिटटी के बर्तन में खाद मिली हुई मिट्टी लें। अब इसमें गेंहू बोएं और पानी डालकर इसे छाया में रख दें। ध्यान दें कि इस पर सूरज की रोशनी सीधी और ज़्यादा नहीं पड़नी चाहिए। इसके साथ ही इसमें रोजाना पानी दें। एक हफ्ते के बाद इसमें उगे हरे ज्वारों को काटकर इस्तेमाल किया जा सकता है।
गेंहू के ज्वारे के फायदे
खून की कमी को दूर करे
एनीमिया के मरीजों के लिए गेंहू के ज्वारे का रस बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसे पीने से शरीर में खून की कमी दूर होती है। इसके लिए गेंहू के ज्वारे काटकर धो लें। अब इसे पानी के साथ मिक्सी में अच्छी तरह पीस लें। अब इसे छान लें और इसमें थोड़ा सा शहद मिलाकर इसका सेवन करें। इस रस को खाली पेट पीना ज़्यादा फायदेमंद होता है। इसके साथ ही इस जूस को तीन घंटे से ज़्यादा ना रखें क्योंकि ज़्यादा देर तक रखने से इसके पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। इसके साथ ही ध्यान रखें कि इस जूस को पीने से आधे घंटे पहले और बाद में कुछ खाना नहीं चाहिए।
कैंसर से बचाव
डॉ ए विग्मोर में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होता है जिससे कोशिकाओं की क्षति को रोका जा सकता है। ऐसे में गेंहू के ज्वार कैंसर जैसी घातक बीमारी में फायदेमंद माना जाता है।
घाव को जल्दी भरता है
गेंहू के ज्वार में एंटीइंफ्लामेटरी और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो चोट या घाव को ठीक करने में मदद करते हैं। गेंहू के ज्वर को पीसकर चोट या फोड़े-फुंसियों पर लगाने से घाव जल्दी भरते हैं।
बॉडी को डिटॉक्स करे
गेंहू के ज्वर में क्लोरोफिल पाया जाता है जो शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है। इसका रस पीने से शरीर में जमा हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है। इसके साथ ही यह पाचन क्रिया को भी मजबूत बनाता है।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।