काम के अलावा इन वजहों से भी आप थके-थके से रहते हैं
- मिताली जैन
- Sep 11, 2019
थकान का नाम आते ही मन में सबसे पहले जरूरत से ज्यादा काम करने का ख्याल आता है। आज की भागदौड़ भरी जिन्दगी में लोग क्षमता से अधिक काम करते हैं, जिसके कारण उन्हें थकान का अनुभव होता है। लेकिन पर्याप्त आराम करने के बाद भी आपको हरदम थकान का ही अहसास हो तो यह अन्य भी कई कारणों से हो सकता है। तो चलिए जानते हैं इन कारणों के बारे में−
अनीमिया
अगर आपके शरीर में आयरन की कमी है तो इससे भी आपका शरीर थका−थका रहता है। दरअसल, इसके कारण आपकी मसल्स को कुछ भी करने में भारीपन का अहसास होता है और आप खुद को थका हुआ महसूस करते हैं। वैसे अगर आपके शरीर में आयरन की मात्रा अधिक है तो भी आप थके हुए महसूस करेंगे।
स्लीप एप्निया
स्लीप एप्निया एक ऐसी स्थित है, जिसमें व्यक्ति का गला नींद के दौरान बंद हो जाता है और यह बार−बार आपकी सांस को बाधित करता है। जिससे व्यक्ति की नींद टूटती है। इस समस्या के कारण व्यक्ति ठीक तरह से सो नहीं पाता और नींद पूरी न होने के कारण वह खुद को थका हुआ महसूस करता है।
ब्रेकफास्ट स्किप करना
सुबह के समय अगर जल्दी के कारण आपको नाश्ता स्किप करने की आदत है तो समझ लीजिए कि ऐसा करके आप खुद की सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। दरअसल, सुबह का नाश्ता शरीर को काम करने की उर्जा प्रदान करता है। ऐसे में सुबह का नाश्ता स्किप करने से शरीर में उर्जा का स्तर कम होता है और आप को थकान का अहसास होता है।
पानी की कमी
आपको शायद अहसास न हो लेकिन शरीर में पानी की कमी भी कई समस्याएं लेकर आता है। अगर आपको थकान के साथ−साथ हमेशा सिर में हल्का दर्द का अहसास होता है तो यह संकेत है कि आपके शरीर में पानी की कमी हो गई है। ऐसे में तुरंत अपने वाटर इनटेक को बढ़ाएं।
मधुमेह
टाइप 1 और टाइप 2 मधुमेह होने पर भी व्यक्ति को काफी थकान का अहसास होता है। वैसे थकान के अतिरिक्त मधुमेह के अन्य लक्षणों में बहुत अधिक प्यास लगना, बहुत अधिक पेशाब करना (विशेष रूप से रात में) और वजन कम होना है।
डिप्रेशन
कई बार डिप्रेशन भी थकान व ऊर्जा की कमी का कारण बन सकता है। डिप्रेशन होने पर व्यक्ति रात को सोते−सोते उठ जाता है या फिर वह सुबह जल्दी उठता है और परेशान होता है, जिससे कारण उसे दिन में अधिक थके होने का अहसास होता है।
- मिताली जैन
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।