Health Tips: बढ़ते तापमान के साथ बढ़ सकती है BP और Blood Sugar की समस्या, ऐसे रखें अपना ख्याल
- अनन्या मिश्रा
- Jun 14, 2024
मई-जून के महीने में गर्मी अपने पूरे चरम पर है, हर रोज गर्मी का सितम बढ़ता जा रहा है। चिलचिलाती धूप और लू ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है। इतनी भीषण गर्मी में लोगों का घऱ से निकलना तक मुश्किल हो गया है। मौसम विभाग की मानें, तो गर्मी के तेवर अभी तीखे ही रहने वाले हैं। इसलिए इस मौसम में अपनी सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत है। खासकर गर्मी में हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों को अपनी सेहत के प्रति अधिक सावधान रहने की जरूरत है।
क्योंकि जरा सी लापरवाही से गर्मी के मौसम में ब्लड शुगर तेजी से बढ़ सकता है। वहीं शरीर में पानी की कमी होने पर ब्लड शुगर पर तेजी से असर पड़ सकता है। गर्मी के मौसम में ब्लड प्रेशर और बढ़ने खतरा बना रहता है। ऐसे में जरूरी है कि आप शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन न बिगड़ने दें। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे है कि गर्मियों में हाई बीपी और शुगर के मरीजों को किन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए।
इन बातों का रखें खास ध्यान
हर रोज अपने ब्लड शुगर लेवल की जांच कराएं, जिससे कि शुगर लेवल को कंट्रोल किया जा सके।
गर्मी से बचने के लिए रोजाना नींबू पानी का सेवन करना चाहिए। इससे बीपी और ब्लड शुगर लेवल दोनों कंट्रोल में रहते हैं। आप चाहें तो नींबू पानी में चीनी और नमक मिला सकते हैं।
सिर्फ गर्मी ही नहीं बल्कि किसी भी मौसम में हेल्दी रहने के लिए मौसमी फल और सब्जियों का सेवन करते रहें। इससे हमें नेचुरल रूप से पानी मिलता रहता है और शरीर हाइड्रेट रहता है।
गर्मियों में टमाटर का सेवन फायदेमंद होता है। लेकिन किडनी की बीमारी वाले व्यक्तियों को टमाटर का सेवन नहीं करना चाहिए।
कई बार अधिक गर्मी की वजह से कमजोरी महसूस होने लगती है। तो ऐसे में आप सत्तू का सेवन कर सकते हैं। आप चाहें तो इसको बिना नमक या चीनी के पी सकते हैं।
गर्मियों में खुद को लू से बचाना बहुत जरूरी होता है। इसलिए लू से बचने के लिए जरूरी काम होने पर ही घर से निकले, लगातार पानी पीते रहें औऱ खुद को ढककर बाहर निकलें।
अगर आपको या आपके किसी जानने वाले को लू लग गई है, तो बिना देर किए डॉक्टर की सलाह लें। क्योंकि जरा सी लापरवाही से समस्या बढ़ सकती है।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।