फल-सब्जियों को न करें प्रिज़र्व, जानें क्यों खाने चाहिए मौसमी फल और सब्जियां?
- Healthy Nuskhe
- Apr 03, 2021

मौसम बदलने पर हमारे पहनावे के साथ हमारे खानपान में भी बदलाव आता है। सर्दियों की तरह गर्मियों में भी बाजारों में मौसमी फलों और सब्जियों की बहार होती है। हालाँकि, सर्दियों की तुलना गर्मियों में मौसमी फलों और सब्जियां कुछ कम मिलती हैं। एक समय था जब खाने को स्टोर करने के लिए फ्रिज और अन्य कोई टेक्नोलॉजी नहीं थी। लोगों वही खाते थे जो उन्हें मौसम में बाजार में मिलता था। लेकिन आज के समय में तकनीकी विकास के चलते हमारी जीवनशैली में भी बदलाव आया है। आज के समय में गर्मियों के मौसम में भी आपको सर्दियों में मिलने वाले फल -सब्जियां उपलब्ध होती हैं। कई लोग सब्जियों को प्रिज़र्व करके रख लेते हैं और मौसम बीतने के बाद भी खाते हैं। हालाँकि, इससे स्वास्थ्य को नुकसान पहुँच सकता है। दरअसल, खाद्य पदार्थों को लंबे समय तक स्टोर करके रखने से उनमें मौजूद पोषक तत्व कम होने लगते हैं। इसके साथ ही लंबे समय से स्टोर की गई फलों और सब्जियों को खाने से स्वास्थ्य विकार भी हो सकते हैं। वहीं, मौसमी फल और सब्जियां खाने में स्वादिष्ट होने के साथ-साथ पोषक तत्वों में भी भरपूर होते हैं। यही कारण है कि हमें बचपन से मौसमी फल-सब्जियां खाने की सलाह दी जाती है। आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि मौसमी फल और सब्जियां खाने के क्या फायदे हैं -
हाई न्यूट्रिशनल वैल्यू
मौसमी फल और सब्जियां स्वाद में तो बेहतर होती ही हैं। इसके साथ ही इनमें पोषक तत्व, एंटीऑक्सिडेंट और फाइटोन्यूट्रिएंट्स की मात्रा सबसे अधिक होती है। स्टोर किए हुए फल और सब्जियाँ समय के साथ अपनी न्यूट्रिशनल वैल्यू खो देते हैं। इसलिए हमेशा मौसमी फल और सब्जियां ही खानी चाहिए।
सस्ते दाम
मौसमी फल न केवल पोषक तत्वों से भरपूर होते है, बल्कि यह कम दाम में उपलब्ध होते है। दरअसल, किसी क्षेत्र में जब किसी चीज का उत्पादन उस समय होता है जब वह मौसम में होती है, तो उस पदार्थ की लागत अपने आप कम हो जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मौसमी फल और सब्जियों के परिवाहन और भंडारण पर कोई पैसा खर्च नहीं होता है। वहीँ, ऐसे खाद्य पदार्थ जिन्हें दूर-दूर के स्थानों से ले जाया जाता है, उनके परिवहन और भंडारण के कारण कीमत ज़्यादा होती है।
बेहतर स्वाद
मौसमी फल और सब्जियों का उत्पादन ताज़ा होता है इसलिए उनका स्वाद भी स्टोर किए हुए फल और सब्जियों की तुलना में ज़्यादा बेहतर होता है। मौसमी सब्जियां और फल स्वाभाविक रूप से बेल या पेड़ पर पकते हैं और सही समय पर काटे जाते हैं इसलिए उनमें अधिक पोषण और स्वाद होता है।
शरीर को प्राकृतिक पोषण की जरूरतों को पूरा करे
मौसमी फल और सब्जियां खाने से शरीर को वह पोषण मिलता है जिसकी उसे जरूरत होती है। उदाहरण के तौर पर सर्दियों में विभिन्न प्रकार के साइट्रस यानी खट्टे फल उपलब्ध होते हैं। ये फल विटामिन सी में उच्च होते है जो शरीर को खांसी और जुकाम से लड़ने में मदद करता है। वहीं, सर्दियों में मिलने वाली मौसमी सब्जियां जैसे गोभी, गाजर आदि सूप जैसे पौष्टिक भोजन बनाने के लिए एकदम सही होती हैं। वहीं दूसरी ओर, गर्मियों के मिलने वाले खाद्य पदार्थ जैसे कि पपीता और नाशपाती आदि हमें अतिरिक्त बीटा-कैरोटीन और अन्य कैरोटीनॉयड प्रदान करते हैं जो हमें सूरज की क्षति से बचाने में मदद करते हैं।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।