जानिए आम भाषा में क्या-क्या होते हैं कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण

  • Healthy Nuskhe
  • Aug 25, 2020

जानिए आम भाषा में क्या-क्या होते हैं कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण

आज के समय में लोग कई सारी बीमारियों से जूझते रहते हैं लेकिन कई चीजें ऐसी भी होती हैं जिनका हमारे शरीर में होना बहुत ज्यादा जरूरी होता है। लेकिन यदि वह अपनी लिमिट से ज्यादा हमारे शरीर में हो जाए तो उसका परिणाम काफी बुरा भी हो सकता है जैसे कि शुगर और कोलेस्ट्रॉल। वैसे तो शुगर हमारे शरीर में पर्याप्त मात्रा में होना बहुत ज्यादा आवश्यक है यदि हमारे शरीर में पर्याप्त मात्रा में शुगर नहीं होगी तो हमें कई सारी स्वास्थ्य से संबंधित परेशानियां हो सकती हैं। शुगर का ना होना भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है और यदि यह अपनी लिमिट से ज्यादा बढ़ जाए तो भी स्वास्थ्य के लिए काफी घातक साबित होती है।कोलेस्ट्रॉल जो तो हमारे शरीर के अंदर फैट की तरह होता है जिसका उत्पादन लीवर करता है। हमारे शरीर को कोलेस्ट्रॉल की काफी जरूरत होती है लेकिन यदि यह अपनी जरूरत के अनुसार ही रहे तभी हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। यदि कोलेस्ट्रॉल हमारे शरीर में बढ़ जाए तो वह भी एक मुसीबत का कारण बन सकता है। ऐसे में आपको बताएंगे किन कारणों की वजह से आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है।


कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण


1.थकान होना


जब व्यक्ति के शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने लग जाती है तो उसको बहुत ही जल्दी थकान महसूस होने लगती है।जैसे कि थोड़ी दूर पर चलने पर ही आदमी थका हुआ महसूस करने लगता है साथ ही उसकी सांस फूलने लगती है। जब इस तरह के बदलाव उसके शरीर में आने लगते हैं तो व्यक्ति को तुरंत अपने कोलेस्ट्रोल का चेकअप कराना चाहिए और डॉक्टर से परामर्श लेकर उसका इलाज या दवाई लेनी चाहिए क्योंकि कोलेस्ट्रॉल बढ़ना आपके शरीर के लिए बहुत बड़ी खतरे की घंटी हो सकती है। साथी ध्यान रखें कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण हर किसी के शरीर में अलग-अलग हो सकते हैं।लेकिन ज्यादातर लोगों को कोलेस्ट्रॉल की वजह से थकान और आलस्य महसूस होता है।


2.हाथ-पैर में सिहरन महसूस होना


जब किसी व्यक्ति के अंदर कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने लग जाती है तो उसे अपने हाथ पैरों में सिहरन महसूस होने लगती है। ऐसा तब होता है जब खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बहुत ज्यादा अधिक हो जाती है। तो इसकी वजह से शरीर में मौजूदा रक्त वाहिकाओं में अवरोध उत्पन्न होने लगता है। इन सभी कारणों की वजह से या तो व्यक्ति के हाथ पैरों में सिहरन होने लगती है या उसे बिना किसी वजह हाथ पैरों में दर्द महसूस होने लगता है। यह सब बदलाव इसलिए होते हैं क्योंकि शरीर में पेरिफेरल नसों में पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषक तत्व से भरपूर खून नहीं पहुंच पाता। इस तरह की परेशानी ज्यादातर उन लोगों को होती है जिनका वजन बहुत ज्यादा होता है। ज्यादा मोटापा होने के कारण ऐसे लोगों को अपने शरीर में कपकपी महसूस होने लगती है।


3.गर्दन और सिर के पीछे वाले हिस्से में दर्द


जब किसी व्यक्ति के अंदर कोलेस्ट्रॉल का लेवल खून में ज्यादा बढ़ जाता है तो उसके शरीर की रक्त वाहिकाएं ब्लॉक होने लगती है। जिसकी वजह से उसके सिर में रक्त संचार बहुत ही बुरी तरह प्रभावित होता है। कोलेस्ट्रॉल होने के कारण सिर के सरकुलेशन पर भी काफी बुरा असर पड़ता है और सिर के पिछले हिस्से में व्यक्ति को दर्द महसूस होने लगता है। केवल सिर में दर्द ही नहीं बल्कि गर्दन और कंधे में भी समय-समय पर सूजन और दर्द व्यक्ति को महसूस होने  लगता है। यदि किसी व्यक्ति को इस तरह की परेशानी हो रही है तो उसे जल्द से जल्द डॉक्टर से सलाह लेकर पर्याप्त इलाज करवाना चाहिए।


डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।


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