जाने कैसे आंखों और सेहत के लिए फायदेमंद है रोना?
- Healthy Nuskhe
- Sep 04, 2020
समाज में लोगों की सोच है कि रोना आदमी की कमजोरी की निशानी है और शायद इसी कारण से बहुत से लोग अपने आंसुओं को अंदर ही दबा लेते हैं और रोने से बचते हैं।लेकिन साइंस की माने तो जिस तरह खुल कर हसना सेहत के लिए फायदेमंद है ठीक उसी तरह फूट- फूट कर रोना भी बेहद जरूरी है। रोना भी आपकी सेहत को उतना ही फायदा पहुंचाता है जितना हसना।लेकिन आखिर आप और हम क्यों रोते हैं ? रोने का मुख्य कारण क्या है? शायद आप नहीं जानते होंगे रोने के फायदे क्या है?तो चलिए अपको बताते है।
1.रोने से खुद को शातं करने में मदद मिलती है:
खुद को सांत्वना देने और शातं करने का बेस्ट तरीका है रोना। 2014 में हूई एक स्टडी के आकड़े के अनुसार पता चला है कि रोने से हमारे शरीर में पीएनएस उतेजित हो जाता है और इसी पीएनएस की वजह से शरीर को आराम करने और डाइजेशन में मदद मिलती है। रोने के फायदे आपको तुरंत नही पता चलेंगे लेकिन अगर आप कुछ देर तक आसूं बहाएं तो आपको खुद में रोने के फायदे नजर आएंगे।
2.शरीर और दिमाग दोनों के लिए फायदेमंद:
रोना एक सामान्य लक्षण हैं जो हमारे अलग अलग इमोशन की वजह से होता है। जब हम दुखी होते हैं, उदास होते हैं, किसी बात को लेकर टेंशन में होते हैं तो इन अलग अलग भावनाओं की वजह से रोना आ जाता है।अनुसंधान की माने तो रोना आपके तन के लिए ही नहीं मन के लिए भी फायदेमंद है और शरीर में इन सब चीजों का बदलाव या असर तब शुरू हो जाता है जब शिशु पहली बार रोना शुरु करता है।
3.जिस तरह हमारे शरीर के प्रत्येक अंग की सफाई होती है और शरीर से अनावश्यक तत्व बाहर निकलते हैं इसी तरह ही आसूं आने पर आँखों की सफाई होती है। आपको बता दे कि आँसू 3 तरह के होते है। बेसिक या बुनियादी आसूं जिसमें 98% पानी होता है यह आँखों को इंफेक्शन से बचाता है।इमोशनल या भावनात्मक जिसमें कुछ ऐसे हारमोन होते हैं जिनका आँखों से निकल जाना बहुत फायदेमंद होता है। रिफ्लक्स आसूं तब निकलते है जब आंखों में कोई कचरा चला जाए।
4.रोने से आखौं की रोशनी बनी रहती है। आसूं आखों में मेंमबे्न को सुखने नहीं देता।इसके सुखने की वजह से आखों की रोशनी पर फर्क पड़ता है जिस वजह से लोगों को कम दिखने लगता है। मेमबे्न सही बना रहता है तो आखों की रोशनी भी ठीक बनी रहती है।
5.रोने से दूख कम होता है- जैसे कि हमें पहले बताया कि अगर आप किसी इमोशनल वजह से रोते है तो आपकी आखों में केमिकल की मात्र बढ़ जाती है। ऐसे में रोने से शरीर में केमिकल की मात्रा कम हो जाती है क्योंकि ये केमिकल आखों के जरिये बाहर आ जाते हैं जिससे आपकी आखों को आराम मिलता है और आपका दुख भी कम हो जाता है।
6.रोने से केवल दुख ही दूर नहीं होता बल्कि रोने से हमारा मूड भी अच्छा हो जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब हम रोते हैं तो ठंडी हवा के कुछ झोके शरीर के अंदर जाते हैं जिससे दिमाग का तापमान कम हो जाता है। दिमाग का तापमान ठंडा होने से आप का दिमाग और शरीर दोनों शांत हो जाते है। इसलिए जितना हमारे लिए हसना जरूरी है उतना ही रोना भी जरूरी है।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।