तकिए के नीचे मोबाइल रखकर सोते हैं तो हो जाएं सावधान, हो सकती हैं ये खतरनाक बीमारियां
- Healthy Nuskhe
- Jul 22, 2021
आज के समय में हम हर छोटे-बड़े काम के लिए मोबाइल फोन पर निर्भर हो चुके हैं। किसी से बात करने से लेकर, ऑफिस का काम करने तक, सभी कामों के लिए मोबाइल हमारे हाथ में ही रहता है। कई लोगों की आदत होती है कि वह रात के समय मोबाइल फोन इस्तेमाल करते हैं और फिर उसे तकिए के नीचे रखकर ही सो जाते हैं। लेकिन इससे हमारे स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। मोबाइल फोन से निकलने वाली रेडिएशन हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक होती हैं। इससे डिप्रेशन, स्ट्रेस और कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी होने का भी खतरा रहता है। आज के इस लेख में हम आपको सोते समय मोबाइल फोन पास रख कर सोने के नुकसान बताने जा रहे हैं -
- रात को हमारे शरीर में मेलाटोनिन नाम का हॉर्मोन निकलता है जो शरीर को नींद के लिए तैयार करता है। लेकिन रात के समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से फोन से निकलने वाली रेडिएशन के कारण यह हॉर्मोन सही ढंग से रिलीज़ नहीं हो पता है और अनिद्रा की समस्या होती है।
- मोबाइल फोन से निकलने वाली रेडिएशन से दिमाग पर बुरा असर पड़ता है। इससे दिमाग की नसें सिकुड़ने लगती हैं जिसके कारण दिमाग में ऑक्सीजन की सही मात्रा नहीं पहुँच पाती है। मोबाइल फोन की रेडिएशन के दुष्प्रभाव के कारण ही आजकल लोगों में डिप्रेशन और तनाव जैसी बीमारियों का स्तर बढ़ता जा रहा है।
- रात के समय मोबाइल फोन पास रखकर सोने की आदत आपके लिए जानलेवा साबित हो सकती है। मोबाइल फोन से निकलने वाली रेडिएशन से कैंसर और ट्यूमर जैसी घातक बीमारियां होने का खतरा रहता है।
- रात के समय मोबाइल फोन से दूर रहें क्योंकि इसके ज़्यादा इतेमाल से शरीर में कोर्टिजोन नामक स्ट्रेस हार्मोन का स्तर बढ़ता है और आप नींद के दौरान भी तनाव में रहते हैं।
- अगर आप भी रात को सोते समय मोबाइल फोन तकिए के नीचे या सीने पर रखकर सोते हैं तो अपनी ये आदतें जल्द ही छोड़ दें क्योंकि ये आपके लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती है। रात के समय मोबाइल पास रखकर सोने से दिमाग पर भी नकारात्मक प्रभाव होता है।
- रात में मोबाइल फोन पास रख कर सोने से ना केवल कैंसर जैसी बीमारी का खतरा रहता है, बल्कि इससे डाइबिटीज और हृदय रोगों की संभावना भी कई गुणा बढ़ जाता है।
- मोबाइल फोन को हमेशा शरीर से चिपका कर रखने से आपके डीएनए का स्ट्रक्चर भी बिगड़ सकता है। कई शोधों में यह बात सामने आई है कि मोबाइल फोन से निकलने वाली रेडिएशन से डीएनए के स्ट्रक्चर पर असर होता है।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।