High BP Causes: BP की गलत रीडिंग दे सकती है खतरनाक संकेत, जानें घर पर सही माप का तरीका
- अनन्या मिश्रा
- Oct 27, 2025

बीपी के मरीजों को ब्लड प्रेशर कंट्रोल करना बेहद जरूरी होता है। वहीं कई लोग घर पर ही बीपी जांचने वाली मशीन मंगा लेते हैं। ऐसा करने से रोज-रोज डॉक्टर के चक्कर नहीं लगाने पड़ते हैं। लेकिन कई बार कुछ गलतियों के कारण बीपी मशीन गलत नंबर दिखा सकती है। गलत तरीके से बीपी चेक करने पर मशीन गलत रीडिंग दे सकती है। इससे आपका ब्लड प्रेशर ज्यादा या फिर कम दिख सकता है। जोकि सही नहीं होता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको घर पर बीपी चेक करने के सही तरीके के बारे में बताने जा रहे हैं।
सही डिवाइस का चुनाव करें
बीपी मापने के लिए कलाई वाली मशीनें कम सटीक होती हैं, इसलिए ऊपरी बाजू पर लगने वाली कफ वाली मशीन का चुनाव करना चाहिए।
validatebp.org पर जाकर मशीन की मान्यता चेक करें। इससे आपको पता चलेगा कि मशीन सही रीडिंग देती है या नहीं।
कफ अधिक ढीला या फिर अधिक टाइट नहीं होनी चाहिए। क्योंकि गलत साइज वाले कफ से रीडिंग गलत आ सकती है।
बीपी चेक करने से पहले की तैयारी
बीपी चेक करने से पहले कैफीन, स्मोकिंग और एक्सरसाइज करने से बचना चाहिए। क्योंकि यह चीजें बीपी को प्रभावित करती हैं।
ब्लड प्रेशर चेक करने से पहले शांत बैठकर आराम करें।
इसके अलावा ब्लैडर फुल होने की वजह से भी बीपी की रीडिंग बढ़ सकती है।
सही पोजीशन में बैठें
बीपी मापने के लिए कुर्सी पर सीधे बैठ जाएं और पीठ को सपोर्ट दें।
वहीं इस दौरान पैरों को जमीन पर सपाट रखना चाहिए। पैरों को एक-दूसरे पर क्रॉस न करें।
अब बाजू को टेबल या फिर कुर्सी के हत्थे पर रखें, जिससे कि वह दिल के बराबर हो।
बीपी मापने का सही तरीका
सबसे पहले कफ को कोहनी के एक इंच ऊपर लगाएं और इसको टाइट करें।
ब्लड प्रेशर चेक करते समय शांत रहना चाहिए और बातचीत नहीं करना चाहिए।
पहली रीडिंग करने के एक मिनट बाद दूसरी बार बीपी चेक करें। सुबह दवा लेने से पहले और शाम को डिनर से पहले ब्लड प्रेशर चेक करना अच्छा होता है।
रीडिंग करें रिकॉर्ड
एक ऐसी मशीन का चुनाव करें, जो रीडिग्ंस को सेव कर सके या फिर ब्लूटुथ के जरिए आपके फोन पर भेज सके।
अपनी बीपी रीडिंग्स की रिपोर्ट को डॉक्टर के पास ले जाकर दिखाएं, जिससे कि इलाज में मदद मिल सके।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।