मॉनसून में इस तरह आसानी से बढ़ाएं अपनी इम्यूनिटी

  • Healthy Nuskhe
  • Jun 30, 2020

मॉनसून में इस तरह आसानी से बढ़ाएं अपनी इम्यूनिटी

मानसून आ गया है और मानसून का मौसम एक तरफ गर्मी से राहत दिलाता है, यह अपने साथ कई बीमारियां भी लेकर आता है। इस मौसम में ज्यादातर बीमारियां अनजाने में खाने-पीने की लापरवाही के कारण ही होती हैं। कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण इस बार आपको इस मौसम में अपने खान-पान पर पहले से भी अधिक ध्यान देना पड़ेगा। मानसून में बीमारियां होने के दो सबसे बड़े कारण हैं।


पहला कारण - बैक्टीरिया और वायरस की संख्या में बढ़ोतरी होना।

दूसरा कारण - शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता का घटना।


लोकिन इससे बचने के लिए आप कुछ चीजों को अपने खान-पान में शामिल करके अपनी इम्यूनिटी- रोगों से लड़ने की ताकत को बढ़ा लेंगे तो न केवल इस मौसम की बीमारियों से बल्कि कोरोना वायरस जैसे संक्रण से भी बच सकते है। 


1. हल्दी

हल्दी शरीर की इम्युनिटी को बढ़ाती है। इसमें मौजूद लाइपोपॉलीसकराइड नाम का पदार्थ यह काम करता है। सर्दी, जुकाम या कफ की शिकायत हो तो हल्दी वाला दूध पीना बहुत लाभकारी होता है। यह पित्ताशय में सुधार उतेजना उभरते हुए पाचन सुधरता है और गैस बनने की प्रक्रिया को कम करती है। प्रतिदिन एक गिलास दूध में सुबह के समय आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पिएं। हल्दी का इस्तेमाल प्राचीन समय से आयुर्वेदिक हर्बल दवाओं में होता है और इससे बनी अनेक औषधियां बदन दर्द, थकान दूर करने और सांस से संबंधी परेशानियों में असरदार होता है।


अदरक

अदरक विटामिन A, C, E और B-complex का एक अच्छा स्त्रोत है। साथ ही इसमें मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, आयरन, जिंक, कैल्शियम और बीटा-कैरोटीन पूर्ण और भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा ये जलनरोधी, एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल खूबियों से भी भरा होता है। रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए यह बहुत बहतरीन चीज है। अदरक का चाय, सूप में डालकर या शहद के साथ इसका सेवन किया जा सकता है। 


लहसुन

लहसुन की एक गांठ में कैल्शियम, फॉस्फोरस, लौह तत्व, विटामिन-सी भंडार मिलता है। साथ ही, कुछ मात्रा में विटामिन बी कॉम्पलेक्स भी इससे मिलता है। लहसुन एक बड़े स्तर पर एंटीबायोटिक का काम करता है। यह बैक्टीरिया-रोधी, फफूंद-रोधी, परजीवी-रोधी व वायरस-रोधी है। यह शरीर के बैक्टीरिया को खत्म करता है साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। कच्चा लहसुन रक्त को अच्छे से तरल बनाए रखता है इसके अलावा कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी ठीक रखता है। यह रक्तदाब को कम करने में भी बहुत फायदा करता है। इस तरह लहसुन दिल के लिए बहुत फायदेमंद होता है।


काली मिर्च

इसमें विटामिन ए, ई, के, सी और विटामिन बी6, थायमीन, नियासिन, सोडियम, पोटेशियम आदि होता है। खांसी, जुकाम में अदरक का सेवन बहुत लाभकारी होता है। 


सूखा अनाज खाएं 

आजकल मानसून के समय में सूखा और साबुत अनाज खाना जैसे कि मक्का, जौ, गेहूं, बेसन, दालों और आसानी से मिलने वाले भुने भुट्टे को अपने खाने में जरूर शामिल करें। साबुत अनाज में विटामिन ई, विटामिन बी और अन्य तत्व जैसे जस्ता, सेलेनियम, तांबा, लौह, मैगनीज एवं मैग्नीशियम मौजूद होते हैं। इन सबमे फाइबर भी भरपूर मात्र में होता है, जिसे पाचन तंत्र के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। इन दिनों इस तरह के भोजन के सेवन से रक्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है और रोग-प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है।


शहद का सेवन 

मानसून में शहद का सेवन सदैव किसी न किसी रूप में जरूर करते रहना चाहिए, क्योंकि यह पाचन सम्बन्धी बीमारियों से लड़ने और विषैले पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में सहायता करता है। इसके लिए सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से हमारे शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। इसके लिए जरूरी बात ये है कि बरसात के मौसम में ताजा खाना खाएं, क्योंकि बासी खाना संक्रमित हो सकता है और इसमे कीटाणु पनप सकते है। जिस दिन किसी कारण गरम खाना नहीं खा सकते, तो ठंडा भी न खाएं, बल्कि ठंडे खाने को खाने से आधा घंटा पहले फ्रिज से बाहर निकाल कर रखें और जब वह सामान्य तापमान पर आ जाए, तब इसे खाएं। 


कच्ची सब्जियां न खाएं 

मॉनसून के मौसम में कच्ची सब्जियां, कच्चा सलाद या फलों के जूस इन सबको पीने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसे मौसम में इन्हें पचाने में शरीर को काफी दिक्कत होती है। अगर आप भोजन में सलाद को शामिल करना भी चाहते हैं तो किसी भी तरह के वायरस या कीड़ों आदि के संक्रमण से बचने के लिए उसे स्टीम्ड कर लें, फिर खाएं। इससे सलाद के कीटाणु तो नष्ट होंगे ही, पोषण भी सुरक्षित रहेगा। ऐसे मौसम में कटा हुआ फल भी ज्यादा देर तक न छोड़ें। 


सी फूड न खाएं 

मॉनसून में किसी भी तरह का सी फूड खाना शरीर के लिए हानिकारक होता है, क्योंकि ये मछलियों और झींगों का ब्र्रींडग टाइम होता है। जिन तालाबों में ये मछलियां या झींगे पाली जाती हैं, उनका पानी भी इन दिनों साफ नहीं होता। इनको खाने से फूड पॉइर्जंनग हो सकती है। इसलिए साल के इन दिनों में सी-फूड से पूरी तरह कन्नी काट लें।


मानसून के मौसमी फल

इन दिनों मौसमी फलों का सेवन जरूर करें। इनमें मौसम्बी, सेब, केला, नाशपाती, आंवला, पपीता, जामुन, आलूबुखारा स्ट्रॉबेरी, आम, अनार आदि जरूरी हैं। ये सभी फल विटामिन सी से भरपूर होते हैं। इस मौसम में छाछ, लस्सी, जूस और दूसरे तरल पदार्थों को लेने से बचें। इनमें बैक्टीरिया पनपने का खतरा ज्यादा रहता है और पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। पत्तेदार सब्जियां जैसे पत्तागोभी, पालक और फूलगोभी लेने से बचें। कच्ची सब्जियां न खाएं।

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।


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