शरीर में होता है एक ही लिवर तो लिवर डोनेट करने के बाद व्यक्ति कैसे रहता है ज़िंदा? यहाँ पढ़ें पूरी जानकारी

  • Healthy Nuskhe
  • Oct 22, 2020

शरीर में होता है एक ही लिवर तो लिवर डोनेट करने के बाद व्यक्ति कैसे रहता है ज़िंदा? यहाँ पढ़ें पूरी जानकारी

लिवर मानव शरीर का एक बेहद महत्वपूर्ण अंग है। लिवर शरीर में डी-टॉक्सीफिकेशन यानि जहरीले पदार्थों को बाहर निकालने का काम करता है। लिवर खराब होने की स्थिति में हमारा शरीर सही तरह से काम नहीं कर पाता है और ऐसी स्थिति में लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत होती है। लिवर ट्रांसप्लांट के लिए एक डेड या लिविंग डोनर की जरूरत होती है। क्या आपने कभी सोचा है कि जब हमारे शरीर में एक ही लिवर होता है तो कोई जीवित व्यक्ति अपना लिवर डोनेट करने के बाद ज़िंदा कैसे रह पाता है। आइए जानते हैं -  


क्या है लिवर ट्रांसप्लांट 

जब किसी व्यक्ति का लिवर फेल हो जाता है या फिर सही तरह से काम करना बंद कर देता है तब लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ती है। लिवर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया में मरीज के खराब लिवर को सर्जरी द्वारा निकाल दिया जाता है। इसके बाद उसके स्थान पर एक पूर्ण स्वस्थ लिवर या स्वथ्य लिवर का आधा भाग मरीज को ट्रांसप्लांट कर दिया जाता है। लिवर ट्रांसप्लांट के लिए एक डोनर की जरूरत पड़ती है। ज्यादातर लिवर मृत डोनर से प्राप्त किए जाते हैं। लेकिन एक स्वथ्य व्यक्ति भी अपना आधा लिवर डोनेट कर सकता है। हेपेटाइटिस और सोरायसिस जैसी बीमारियों में लिवर खराब हो जाने की स्थिति में मरीज को लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ती है। 


कैसे डोनर लिवर डोनेट करने के बाद भी रह पाता है जिंदा 

लिवर शरीर का एकमात्र ऐसा अंग है जो फिर से बन सकता है, यही कारण है कि लिवर डोनेट करने के बाद भी डोनर ज़िंदा रह पाता है। आमतौर पर लिवर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया में मरीज को दो तरह से लिवर दिया जा सकता है। पहला विक्लप यह है कि मरीज के परिवार के किसी सदस्य द्वारा लिविंग डोनर ट्रांसप्लांट किया जाए। लिवर ट्रांसप्लांट की दूसरी प्रक्रिया में मरीज को किसी ऐसे व्यक्ति का लिवर ट्रांसप्लांट किया जाता है जिसका मस्तिष्क मृत (ब्रेन डेड) हो चुका हो। सर्जरी के दौरान डोनर के दाएं पेट के निचले हिस्से में एक चीरा लगाया जाता है। लिवर के एक हिस्से को रोगी के आवश्यकता के आधार पर काट कर निकाल लेते हैं। बाकी के लिवर वैसे ही छोड़ कर चीरे को वापस सील कर दिया जाता है। लिवर निकालने के 6 घंटे के भीतर लिवर ट्रांसप्लांट होना आवश्यक होता है।

 

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लिवर ट्रांसप्लांट में कितना खर्चा आता है 

लिवर ट्रांसप्लांट करवाने में लगभग 20-30 लाख का खर्चा आता है। देश में कई सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में लिवर ट्रांसप्लांट सर्जरी की जाती है। इसमें एम्स, क्रिस्चियन मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, अप्पोलो, मैक्स और मेदांता जैसे अस्पतालों के नाम शामिल हैं।

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।


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