रमजान में रोज़ा रखने से दूर होती हैं कई बीमारियाँ, पढ़ें उपवास रखने के फायदे
- Healthy Nuskhe
- May 13, 2021
हर साल देशभर में लाखों लोग रमजान के पाक महीने में 30 दिनों तक रोज़ा रखते हैं अल्लाह की इबादत करते हैं। रमजान के पाक महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग उपवास करते हैं और सूर्योदय से सूर्यास्त तक कुछ नहीं खाते-पीते हैं। रमजान का महीना न केवल अपनी बुरी आदतों और लतों को छोड़ने के लिए एक आदर्श समय है, बल्कि इसका बहुत अधिक स्वास्थ्य महत्व भी है। रमजान के महीने में व्यक्ति रोज़ा रखकर धैर्य, अनुशासन और संयम सिखाता है, जिससे उसका आध्यात्मिक बल बढ़ता है। इसके साथ ही रमजान में रोज़ा रखने से स्वास्थ्य में भी बहुत सकारत्मक बदलाव देखते को मिलते हैं। आज के इस लेखः में हम आपको उपवास करने के फायदे बताने जा रहे हैं -
ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है
डायबिटीज के मरीजों के लिए रोजा रखना फायदेमंद हो सकता है। रोजा रखने से ब्लड शुगर लेवल कम होता है और इन्सुलिन रेजिस्टेंस घटता है रोजा रखने से खून में मौजूद कोर्स कोशिकाओं तक पहुंचाना आसान हो जाता है।
दिल की बीमारियों से बचाव
दिल की बीमारियों से बचने के लिए भी रोजा रखना फायदेमंद है दरअसल रमजान में रोजा रखने से शरीर में मौजूद बैड कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम होता है और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है।
वजन घटाने में मदद मिलती है
रोजा रखने से शरीर में जमा चर्बी कम होने लगती है। रमजान में रोजा रखने से मेटाबॉलिज्म तेज होता है जिससे वेट लॉस में मदद मिलती है।
इम्युनिटी बढ़ती है
रोजा रखने से शरीर का इम्यून सिस्टम भी बेहतर होता है दरअसल रमजान में रोजा रखने से शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान कम होता है। रोजा रखने से शरीर में सूजन और जलन कम होती है।
मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है
रोजा रखने से ना केवल हमारे शारीरिक स्वास्थ्य बल्कि हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव होता है रमजान में रोजा रखने से मस्तिष्क में ब्रेन सेल्स अधिक मात्रा में बनते हैं जिससे दिमाग बेहतर तरीके से काम कर पाता है इसके साथ ही रोजा रखने से कोर्टिसोल नामक हार्मोन कम मात्रा में प्रोड्यूस होता है जिससे तनाव का स्तर घटता है।
टॉक्सिन बाहर निकालने में मदद मिलती है
रमजान में रोजा रखने से आपके शरीर से जहरीले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है रोजा रखने वाले लोग पूरे दिन भर कुछ खाते पीते नहीं है जिससे उनके शरीर में जमा चर्बी पिघलने लगती है और शरीर एनर्जी प्रोड्यूस करता है।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।