Health Tips: इन कारणों से नसों में भर जाता है गंदा कोलेस्ट्रॉल, बढ़ सकती हैं कई बीमारियां
- अनन्या मिश्रा
- Jun 16, 2025

आजकल कोलेस्ट्रॉल बढ़ना एक आम समस्या बन गया है। खानपान से लेकर अनियमित लाइफस्टाइल तक ऐसी कई वजहें हैं, जो कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का कारण बन सकती है। नसों में गंदे कोलेस्ट्रॉल के जमने का सीधा असर दिल पर होता है। जिसकी वजह से हार्ट अटैक आ सकता है। कोलेस्ट्रॉल एक मोम जैसा फैटी पदार्थ है, जोकि आपके खून में पाया जाता है। जहां पर गुड कोलेस्ट्रॉल शरीर के कई फंक्शन्स के लिए जरूरी होता है।
वहीं बैड कोलेस्ट्रॉल खून को जमाकर नसों को ब्लॉक कर देता है। जिसके कारण हार्ट अटैक, स्ट्रोक और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल सिर्फ तले-भुने खाने से नहीं बल्कि अन्य कई चीजों से भी बढ़ता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको इस बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के मुख्य कारण
बता दें कि नसों में कई वजहों से गंदा कोलेस्ट्रॉल जमने लगता है। हेल्थ एक्सपर्ट की मानें, तो कई बार सही लाइफस्टाइल और डाइट के बाद भी कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है।
वहीं कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा महिलाओं में अधिक रहता है। खासकर मेनोपॉज के आसपास भी इसके बढ़ने की संभावना अधिक रहती है।
वहीं अगर आप सैचुरेटेड फैट्स और ट्रांस फैट्स से भरपूर डाइट लेती हैं, तो इससे भी आपके शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है। वहीं हाई सैचुरेटेड डाइट लेना इसकी बड़ी वजह है।
वहीं यदि आप एक्सरसाइज नहीं करते हैं और फिजिकल एक्टिविटी भी नहीं करते हैं। तब भी आपके शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की एक वजह मोटापा भी है। अगर आपका वजन ज्यादा है तो भी शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के अधिक चांसेज होते हैं।
मोटापे के कारण शुगर, हाई बीपी और शुगर कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्या हो सकती है। यह दिन से जुड़ी बीमारियों की भी वजह बन सकता है।
कई बार उम्र बढ़ने के साथ भी कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ जाता है। ऐसे में बढ़ती उम्र के साथ अपना ख्याल रखना जरूरी हो जाता है।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का मुख्य कारण फैमिली हिस्ट्री भी हो सकता है। अगर फैमिली में किसी को यह समस्या रही है, तो आपको भी यह परेशानी हो सकती है।
फैटी लिवर होने पर भी कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की संभावना अधिक रहती है।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।