Health Tips: पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से कंट्रोल होता है यूरिक एसिड, डाइट में करें ये बदलाव
- अनन्या मिश्रा
- Oct 26, 2023
यूरिक एसिड एक तरह का कार्बनिक पदार्थ होता है। जो शरीर में अपशिष्ट के रूप में पाया जाता है। यूरिक एसिड को किडनी फिल्टर कर शरीर से बाहर निकालने का काम करती है। लेकिन जब शरीर में इसकी अधिकता बढ़ जाती है। तो शरीर के जोड़ों में दर्द की समस्या होने लगती है। सर्दियों के मौसम में अक्सर हम कम पानी पीते हैं। जिससे शरीर में इसकी मात्रा बढ़ने की आशंका रहती है।
वहीं जिन लोगों को आर्थराइटिस या जोड़ों में दर्द की समस्या पहले से होती है। उनमें यह समस्या पानी कम पीने के कारण अधिक बढ़ जाती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो इससे बचाव के लिए हमें अपनी डेली लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव करने की जरूरत होती है। सही लाइफस्टाइल का चुनाव कर इस समस्या से बचा जा सकता है।
मौसमी चीजें अधिक खाएं
इस समस्या से बचने के लिए गाजर, खीरा, किन्नू, संतरा और अन्य हरे पत्तेदार सब्जियों आदि का सेवन कर सकते हैं। पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। इन चीजों का सेवन करने से यह शरीर को डिटॉक्स कर यूरिक एसिड को बाहर निकालने का काम करते हैं। इसके साथ ही दही और दाल का सेवन कम करना चाहिए।
इसके साथ ही आपको अपने डेली रूटीन में व्यायाम को भी शामिल करना चाहिए। इससे यूरिक एसिड कंट्रोल में रहता है। इसलिए हर व्यक्ति को रोजाना 250 ग्राम की मात्रा में हरी सब्जी का सेवन करना चाहिए। साथ ही मौसमी फल को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।
आपको बता दें कि यूरिक एसिड का सीधा कनेक्शन सीधा पानी से है। वहीं पानी की कमी होने से शरीर में तेजी से यूरिक एसिड बढ़ने लगता है। इसलिए पर्याप्त मात्रा में पानी शरीर के लिए एकमात्र सबसे कारगर डिटॉक्सिफाइंग एजेंट है। डो प्यूरिन को मल-मूत्र के द्वारा बाहर निकाल देता है। लेकिन शरीर में पानी की कमी होने से शरीर में गंदगी जमा होने लगती है। इसलिए आगे चलकर यह गाउट की समस्या बन जाते हैं।
अगर आप यूरिक एसिड की समस्या से जूझ रहे हैं। तो रोजाना कम से कम 10 से 12 गिलास पानी पीना चाहिए। इसलिए प्रयास करें कि पूरे दिन में ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। ज्यादा से ज्यादा पानी पीने से शरीर से टॉक्सिन बाहर निकल जाता है। लेकिन जब आप पर्याप्त मात्रा में पानी पीते हैं, तो धीरे-धीरे यह समस्या कंट्रोल होने लगेगी।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।