कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके लोगों में भी ओमीक्रॉन संक्रमण का खतरा, इन लक्षणों को भूलकर भी ना करें नज़रअंदाज़
- प्रिया मिश्रा
- Dec 29, 2021
देश में रोजाना कोरोना वायरस के नये वेरियंट ओमीक्रॉन के मामले सामने आ रहे हैं। माना जा रहा हैं इस वेरियंट के फैसने की शक्ति अब तक के सभी वेरियंट से ज्यादा है। भारत में मंगलवार को ओमाइक्रोन केस का आंकड़ा बढ़कर 653 हो गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना के इस रूप को वेरिएंट ऑफ कंसर्न के रूप में वर्गीकृत किया है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, ओमिक्रॉन वेरिएंट इम्यूनिटी सिस्टम पर काफी असर डाल रहा है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जिन लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं, वे भी कोरोना से संक्रमित हो सकते हैं। ऐसे में आप इन लक्षणों को बिल्कुल भी नजरअंदाज ना करें -
स्क्रेची थ्रोट
दक्षिण अफ्रीका के हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, ओमिक्रॉन से संक्रमित रोगियों में सबसे पहले स्क्रेची थ्रोट की समस्या देखने को मिल रही है। इसमें रोगी का गला अंदर से छिल जाता है। जबकि डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित होने पर लोगों को गले में खराश की समस्या होती थी।
थकान
ओमीक्रॉन संक्रमण से मरीज को अत्यधिक सुस्ती और थकावट महसूस हो सकती है। अगर आपको सर्दी, खांसी और थकान जैसे लक्षण हैं तो आपको जल्द से जल्द अपना टेस्ट करवाना चाहिए।
रात में पसीना आना
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, रात के समय पसीना आना भी ओमीक्रॉन का सामान्य लक्षण है। इस स्थिति में रोगी को रात को पसीना बहुत ज्यादा आता है। सबसे हैरानी की बात यह है कि ओमीक्रॉन से संक्रमित व्यक्ति को बिना किसी शारीरिक श्रम या ठंडी जगह पर भी पसीने आते हैं।
खांसी
रिपोर्टों के अनुसार, पूर्ण टीकाकरण वाले व्यक्तियों में खांसी सबसे आम लक्षण है। रिपोर्ट के मुताबिक, ओमिक्रॉन से पीड़ित लोगों को सूखी खांसी हो सकती है। इसमें मरीज का गला सूखने लगता है या फिर गले में इंफेक्शन होने की वजह से कुछ अटका हुआ सा लगता है।
बंद या बहती नाक
सर्दी-खांसी के साथ बंद या बहती नाक भी ओमीक्रॉन का एक आम लक्षण है। यूके की एक स्टडी के मुताबिक, अगर आपको सर्दी-जुकाम के साथ-साथ सूंघने में परेशानी, सिर दर्द और थकान महसूस हो रही है तो आप ओमीक्रॉन पॉजिटिव हो सकते हैं।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।