पुरुषों को नपुंसक बना रहा है कोरोनावायरस, पेनिस का आकार हो रहा छोटा
- प्रिया मिश्रा
- Jan 15, 2022
कोरोना वायरस के ओमीक्रॉन वैरिएंट ने भारत सहित दुनिया भर के तमाम देशों में तबाही मचाई हुई है। देशभर में आए दिन ओमीक्रॉन के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। कोरोना की पहली और दूसरी लहर में संक्रमित लोगों को ब्लड क्लॉटिंग और हार्ट फेलियर जैसी तमाम स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ा। स्वास्थ्य विशेषज्ञ लंबे समय से यह दावा कर रहे हैं कि कोरोना संक्रमण के प्रभाव से ना केवल श्वसन तंत्र बल्कि शरीर के अन्य अंगों पर भी बुरा असर हो रहा है। हाल ही में अमेरिका के एक शख्स ने दावा किया है कि कोरोनावायरस के कारण उसके पेनिस की लंबाई 1.5 इंच कम हो गई है। युवक ने दावा किया है कि कोरोना वायरस से उसकी संचार प्रणाली वैस्कुलर सिस्टम को नुकसान हुआ है जिसके कारण ऐसा हुआ है।
पेनिस के आकार में कमी
30 वर्षीय अमेरिकी युवक ने कहा कि जुलाई 2021 में वह कोरोना से संक्रमित हुआ था। जिसके बाद वह अस्पताल में भर्ती होने के बाद स्वस्थ होकर घर लौटा था। लेकिन घर आने के बाद उसे पता चला कि वह पेनाइल रिलैक्सेशन का शिकार है। युवक ने बताया कि कई दिनों के इलाज के बाद उसकी यह समस्या दूर हो गई लेकिन उसके लिंग की लंबाई करीब 1.5 इंच कम हो गई है। उसने दावा किया कि डॉक्टरों ने बताया है कि पेनिस के आकार में कमी स्थाई रूप से बनी रह सकती है। इसका कारण पेनिस की नसों में खून का कम पहुंचना है।
कोरोना संक्रमण और लिंग की लंबाई घटने में संबंध
लंदन के यूनिवर्सिटी कॉलेज के एक हालिया अध्ययन में कोरोना संक्रमण और लिंग की लंबाई घटने के संबंध होने का खुलासा किया गया है। 3400 लोगों पर किए गए इस अध्ययन में पाया गया कि कोविड-19 के बाद लगभग 200 लोगों में लिंग के पहले की अपेक्षा छोटे होने की समस्या पाई गई। वहीं पुरुषों के स्वास्थ्य पर एक प्रमुख वैज्ञानिक पत्रिका में प्रकाशित एक शोध पत्र में वैज्ञानिकों ने भी यह दावा किया था। उनका कहना है कि कोविड की वजह से एंडोथेलियल कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो सकती हैं जिससे लोगों में नपुंसकता के लक्षण देखे गए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं का यौन जीवन के साथ-साथ पीड़ित के मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।