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Health Tips: सर्दियों में गठिया का दर्द, ठंडी हवाएं नहीं, बल्कि ये हैं कारण, जानें वैज्ञानिक वजहें और राहत के अचूक उपाय

By Healthy Nuskhe | Nov 29, 2025

नवंबर का महीना खत्म होने वाला है और धीरे-धीरे ठंड भी बढ़ना शुरू हो गई है। ठंड के मौसम में गठिया या जोड़ों के दर्द के मरीजों की मुश्किलें बढ़ने लगती हैं। हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक यह कोई संयोग नहीं है, बल्कि इसके पीछे वैज्ञानिक कारण भी है। ठंडे तापमान की वजह से हमारे शरीर की रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं। जिस कारण जोड़ों तक ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है। जिस वजह से जोड़ों में अकड़न और सिकुड़न बढ़ जाती है।

वहीं तापमान कम होने पर जोड़ों के आसपास का साइनोवियल फ्लूइड गाढ़ा हो जाता है। यह जोड़ों की नेचुरल चिकनाई कम करता है। इस गाढ़ेपन की वजह से जोड़ों को हिलाने-डुलाने में ज्यादा दर्द और कठिनाई महसूस होती है। वहीं सर्दियों में लोग फिजिकल एक्टिविटी भी कम कर देते हैं। जिससे जोड़ों में दर्द और अकड़न बढ़ जाती है। इन कारण सर्दियों में गठिया के मरीजों को अपनी सेहत और जोड़ों की गर्माहट का विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको गठिया के दर्द से राहत पाने के कुछ सरल और प्रभावी उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं।

गर्माहट है पहली जरूरत

गठिया के दर्द से राहत पाने के लिए सबसे जरूरी उपाय गर्माहट है। जोड़ों को गर्म रखने के लिए आप हीटिंग पैड या गर्म पानी की बोतल से 15-20 मिनट तक सिकाई करें। गर्म पानी से नहाने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। वहीं घर से बाहर निकलने के दौरान जोड़ों को ऊनी कपड़ों और सपोर्ट से ढककर रखें।

व्यायाम और मूवमेंट है जरूरी

सर्दी की वजह से गतिहीनता के कारण जोड़ों की अकड़न बढ़ती है। इसलिए मरीजों को रोजाना हल्का व्यायाम जरूर करना चाहिए। आप घर पर ही योग, स्ट्रेचिंग या धीमी गति से टहल सकते हैं। इससे जोड़ों में चिकनाई और लचीलापन बना रहता है।

हाइड्रेशन और पोषक तत्वों से भरपूर डाइट

अक्सर ठंड के मौसम में लोगों को डिहाइड्रेशन की समस्या होती है। क्योंकि सर्दियों में लोग कम पानी पीते हैं। जिससे दर्द बढ़ सकता है। इसलिए पर्याप्त मात्रा में गुनगुना पानी पीते रहें। साथ ही ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर चीजों का सेवन करें और विटामिन डी के लिए धूप में बैठें।

घरेलू नुस्खा

दर्द से राहत पाने के लिए अदरक और हल्दी प्राकृतिक उपाय है। इनमें शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। रोजाना हल्दी वाला दूध या फिर अदरक वाली चाय का सेवन करना चाहिए। वहीं अधिक दर्द होने पर घरेलू नुस्खों की जगह रूमेटोलॉजिस्ट से संपर्क करें।
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