क्या आप भी इम्यून सिस्टम बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन कर रहे हैं तो एक बार जान लीजिए उनके नुकसान?
- Healthy Nuskhe
- Jul 01, 2020
दुनिया भर में फैली कोरोनावायरस जैसी महामारी के कारण हर किसी को अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना पड़ रहा है इस वायरस से खुद को बचाने के लिए लोग मास्क, सैनिटाइजर और ग्लास शील्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं साथ ही उन्होंने अपने खानपान में भी कई तरह के बदलाव किए हैं।
लोग ज्यादातर ऐसे खाने का सेवन कर रहे हैं, जिनसे उनकी रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़े यानी जिससे उनका इम्यून सिस्टम स्ट्रांग हो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए अलग-अलग तरह के आयुर्वेदी काढ़े घरों में खूब बनाए जा रहे हैं।
इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक काढ़ा इन दिनों खूब चलन में है कोरोना वायरस से बचाव के लिए आयुर्वेदिक काढ़े को लोग अपने नियमित दिनचर्या में शामिल कर रहे हैं। इम्यूनिटी बढ़ाने के उपाय आयुष मंत्रालय ने भी साझा किए थे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने भाषणों में काढ़ा के सेवन जिक्र किया। इम्यूनिटी बढ़ाने के तरीके खोजे जा रहे हैं। कभी मजेदार रेसिपी तलाशने वाली महिलाएं भी आजकल इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए काढ़ा कैसे बनाये जैसी चर्चाएं ही कर रही हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि इम्यूनिटी बढ़ाने के उपाय के तौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले इस काढ़े से आपकी सेहत को कुछ नुकसान भी हो सकते हैं अगर आप इसका बहुत ज्यादा सेवन कर लेते हैं तो सबसे पहले तो यह जानना जरूरी है कि जो काढ़ा आप दुरुस्त होने के लिए ले रहे हैं, वह आपको नुकसान तो नहीं पहुंचा रहा है। इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसी बातें बताएंगे जिससे कि आपको पता लगेगा कि इम्यून सिस्टम बढ़ाने वाले काढ़े भी आपके स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक साबित हो सकते हैं।
इम्यूनिटी को मजबूत करने का सबसे अच्छा तरीका है पौष्टिक आहार खाना यदि आप समय-समय पर पोस्टिक आहार सही मात्रा में खाएंगे तो आपका इम्यून सिस्टम मजबूत बना रहेगा। लेकिन अब ऐसे में सवाल उठता है कि इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए क्या खाएं. तो इन दिनों एक चीज जो इम्यूनिटी को बूस्ट करने में सबसे उपयोगी मानी जा रही है वह है, आयुर्वेदिक काढ़ा इसे ऐसे बहुत से प्रकृतिक पौषक तत्वों से तैयार किया जाता है, जो आपकी सेहत को कई तरह के फायदे पहुंचाते हैं।
इसमें जड़ी बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन अति हर चीज की बुरी होती है. ठीक इसी तरह अगर आप खूबियों से भरे काढ़े का इस्तेमाल भी जरूरत से ज्यादा करेंगे तो यह नुकसानदायक हो सकता है। काढ़ा कैसे आपकी सेहत को नुकसानदायक हो सकता है जानिए नीचे दिए गए कुछ बातों में।
चक्कर आना
आंखों के आगे अंधेरा होना
नाक से खून आना
पेट में जलन रहना
मुंह में छाले हो जाना
पेशाब में जलन
कब्ज या दस्त जैसी समस्या
त्वचा पर छोटे-छोटे दाने उभर आना
गैस या अपच की शिकायत होना
अचानक से वजन में ज्यादा कमी होना
यह सभी 10 कारण हैं जो काढ़े के सेवन करने से हमारे स्वास्थ्य पर प्रभाव डालते हैं, इसीलिए हमें काढ़े का सेवन भी अपने शरीर की जरूरत के अनुसार करना चाहिए वरना यह ही हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही ज्यादा घातक साबित हो सकते हैं।
कई लोगों के मन में सवाल होगा की काढ़े से तो हमें लाभ होता है, कोरोना वायरस जैसी घातक बीमारी से हमारा बचाव होता है यह हमारे स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक किस तरह से हो सकता है वह यह भी सोच रहे होंगे कि आयुर्वेदिक तत्वों से बने काढ़े हमारे स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक क्यों होंगे। असल में इम्यूनिटी बूस्टर आयुर्वेदिक काढ़े को आमतौर अलग-अलग जड़ी बूटियों के मेल के बाद तैयार किया जाता है।
कोरोना वायरस से बचाव के लिए जो इम्यूनिटी बूस्टर काढ़ा चलन में है उसमें काली मिर्च, अश्वगंधा, पीपली, दालचीनी, हल्दी, सोंठ और गिलोय जैसी औषधियों का डाल कर तैयार किया जा रहा है. यह सभी चीजें तासीर में गर्म हैं और बहुत ज्यादा मात्रा में सेवन करने पर यह नक्सीर जैसी समस्या पैदा कर सकती हैं, कई मामलों में लोगों के अंदर बुखार जैसी समस्या भी देखने को मिली है।
इसलिए यह जरूरी हो जाता है कि आप काढ़े का सेवन संतुलित और सुझाई गई मात्रा में ही करें, यदि आप बिना किसी सही जानकारी के काढ़े का सेवन करेंगे तो यह आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही ज्यादा हानिकारक साबित होगा।
कैसे करें समस्या को कम
कई लोगों के मन में विचार होगा या काढ़े को लेकर कई सवाल मन में आ रहे होंगे कि इसका सेवन कब और कैसे करें क्योंकि यह हमारे साथ के लिए काफी लाभदायक भी साबित होता है इसीलिए इन जरूरी बातों का ध्यान रखें, सबसे जरूरी बात यह है कि आप वात और पित्त दोष का ध्यान रखें।
इसके लिए आपको करना बस यह है कि गर्म तासीर वाली चीजें काढ़े में कम डालनी हैं और ठंडी तासीर वाली चीजें ज्यादा ऐसा करने से आप पर काढ़े का किसी भी तरह का बुरा क्या हानिकारक प्रभाव नहीं पड़ेगा।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।